केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने कथित जासूसी के एक मामले में नौसेना के एक पूर्व कमांडर और एक स्वतंत्र पत्रकार को गिरफ्तार किया है। उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज होने के बाद मंगलवार को स्वतंत्र पत्रकार से जुड़े स्थानों पर छापेमारी भी की गयी है। केंद्रीय जांच एजेंसी के मुताबिक नौसेना के पूर्व कमांडर आशीष पाठक और पत्रकार विवेक रघुवंशी पर अवैध रूप से रक्षा मामलों से संबंधित संवेदनशील जानकारी इकट्ठा करने और उन्हें विदेशी खुफिया एजेंसियों को देने का आरोप है।
क्यों दर्ज हुआ है मामला
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सीबीआई ने जयपुर और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में विवेक रघुवंशी से जुड़ी 12 जगहों पर तलाशी ली है और उनके करीबी लोगों से भी बात की है। विवेक रघुवंशी और आशीष पाठक पर आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम की धारा 3 (जासूसी) और भारतीय दंड संहिता की धारा 120-बी (आपराधिक साजिश) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
इंडिया टूडे की खबर के मुताबिक सीबीआई के एक अधिकारी ने जानकारी दी है कि पत्रकार विवेक रघुवंशी से मंगलवार शाम को पूछताछ की गई है और आशीष पाठक के साथ उन्हें आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम और आपराधिक साजिश के तहत हिरासत में ले लिया गया है..उन्होने कहा, “हम मामले में एक बड़ी साजिश की जांच कर रहे हैं”। हालांकि एजेंसी ने मामले में आशेष पाठक की भूमिका को लेकर किसी तरह की स्पष्ट जानकारी नहीं दी है।
सीबीआई ने इस मामले की जांच के लिए दिसंबर में मामला दर्ज किया था। रघुवंशी पर डीआरडीओ की परियोजनाओं और उनकी प्रगति के विवरण सशस्त्र बलों की भविष्य की खरीद, रणनीतिक तैयारियों, मित्र देशों के साथ भारत की कूटनीतिक वार्ता और विदेशी खुफिया एजेंसियों के साथ वर्गीकृत जानकारी साझा करने सहित संवेदनशील जानकारी के संग्रह में शामिल होने का आरोप है।
पत्रकार विवेक रघुवंशी ने रक्षा और अंतरिक्ष निर्माण पर केंद्रित एक यूएस-आधारित समाचार पोर्टल में कई लेख भी लिखे हैं। सीबीआई की ओर से कहा गया है कि इस जांच के अंतर्राष्ट्रीय प्रभाव हैं और यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि रक्षा परियोजनाओं के बारे में सभी डेटा या जानकारी में क्या था और क्या साझा किया गया है।