पश्चिम बंगाल और केरल विधानसभा चुनाव में प्रचार के लिए पहले इनकार कर चुके JNU छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने JNU के अपने कॉमरेड के लिए केरल में प्रचार करने का फैसला किया है। गौरतलब है कि केरल में 16 मई को विधानसभा चुनाव हैं और कन्हैया के मित्र मोहम्मद मोहसिन भाकपा के टिकट पर पालक्कड़ की पट्टाम्बी सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। मोहसिन जेएनयू के स्कूल ऑफ सोशल साइंसेज के छात्र हैं और प्रौढ़ शिक्षा पर उनकी पीएचडी पूरी होने वाली है।
मालूम हो कि JNU में हुई देश विरोधी नारेबाजी के आरोप में कन्हैया को फरवरी में तिहाड़ जेल में बंद कर दिया गया था। जेल से बाहर आने के बाद से ही कन्हैया कहते रहे हैं कि वह राजनीतिज्ञ नहीं हैं और विधानसभा चुनावों में प्रचार का उनका कोई इरादा नहीं है। बहरहाल, उनका कहना है कि मोहसिन ने उन्हें प्रचार करने का सुझाव दिया जिसके बाद उन्होंने यह फैसला किया। कन्हैया ने कहा “वह मेरे साथ खड़े रहे हैं इसलिए मैंने प्रचार करने का फैसला किया है।”
मोहसिन भाकपा की छात्र शाखा “ऑल इंडिया स्टूडेन्ट्स फेडरेशनठ” AISF की जेएनयू इकाई के उपाध्यक्ष भी हैं। कन्हैया AISF के ऐसे पहले सदस्य हैं जो JNU छात्र संघ के अध्यक्ष निर्वाचित हुए। संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरू को फांसी दिए जाने के विरोध में जेएनयू परिसर में फरवरी में आयोजित एक कार्यक्रम में कथित रूप से राष्ट्रविरोधी नारे लगाने के आरोप में कन्हैया को राजद्रोह मामले में गिरफ्तार किया गया था।