जेएनयू यूनिवर्सिटी प्रशासन ने उमर खालिद, अनिर्बान भट्टाचार्य और आशुतोष कुमार को साम्प्रदायिक भावना भड़काने व छात्रों में असंतोष फैलाने का दोषी पाया है। तीनों छात्रों को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए हैं। उच्च स्तरीय जांच कमिटी ने पिछले सप्ताह यूनिवर्सिटी को जांच रिपोर्ट सौंपी थी। कमिटी को नौ फरवरी को आयोजित कार्यक्रम की जांच को कहा गया था। इस कार्यक्रम के दौरान कथित तौर पर देश विरोधी नारे लगाए गए थे।
अनिर्बान और उमर को तीन मामलों में दोषी पाया गया जबकि आशुतोष को तीन मामलों में। अनिर्बान और उमर को यूनिवर्सिटी में झूठे दस्तावेज पेश करने का दोषी भी पाया गया। सोमवार को जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुूमार, रामा नागा और अनंत प्रकाश नारायण को कारण बताओ नोटिस जारी किए थे।
एबीवीपी नेता और छात्र संघ संयुक्त सचिव सौरभ शर्मा को भी कारण बताओ नोटिस दिया गया है। सौरभ ने दावा किया कि उन्हें नौ फरवरी को डीटीसी बस और ट्रेफिक रोकने के मामले में नोटिस दिया गया है। कुल मिलाकर अलग-अलग संगठनों के 21 छात्र नेताओं को नोटिस दिया गया है। इनमें AISA की चिंटू कुमारी और स्वेता राज, डीएसएफ की ऐश्वर्या अधिकारी और गार्गी अधिकारी और डीएसयू के कुछ छात्र शामिल है।