विदेशी रिसर्चर से छेड़छाड़ के आरोपी जेएनयू के प्रोफेसर को बर्खास्त किया गया। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के एक वरिष्ठ प्रोफेसर को एक विदेशी शोधकर्ता से जुड़े यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर बर्खास्त कर दिया गया है। एक अधिकारी ने गुरुवार को यह जानकारी दी। जेएनयू सूत्रों के अनुसार, यह कथित घटना कुछ महीने पहले यूनिवर्सिटी के एक कार्यक्रम के दौरान हुई थी।

JNU के अधिकारियों ने इस बात की पुष्टि करते हुए बताया कि यह कोई अकेला मामला नहीं बल्कि प्रोफेसर के खिलाफ पहले भी कई शिकायतें मिली हुई हैं। जेएनयू की वाइस चांसलर शांतिश्री धुलीपुडी पंडित ने न्यूज एजेंसी ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, “जेएनयू प्रशासन यौन उत्पीड़कों और भ्रष्ट कर्मचारियों के प्रति कोई नरमी नहीं बरतने की नीति के लिए प्रतिबद्ध है।” उन्होंने बताया कि यह बर्खास्तगी, परिसर की सुरक्षा और जवाबदेही पर विश्वविद्यालय के दृढ़ रुख को दर्शाती है। विश्वविद्यालय की कार्यकारी परिषद द्वारा विस्तृत आंतरिक जांच के बाद यह निर्णय लिया गया।

JNU के एक प्रोग्राम के दौरान महिला रिसर्चर से छेड़छाड़

जानकारी के मुताबिक, जापान की एक रिसर्चर से यूनिवर्सिटी के एक प्रोग्राम के दौरान संकाय सदस्य द्वारा कथित तौर पर छेड़छाड़ की गई थी। जापान लौटने पर महिला शोधकर्ता ने एक औपचारिक शिकायत दर्ज कराई थी। इस मामले को राजनयिक तरीके से भारतीय दूतावास के ध्यान में लाया गया और बाद में विदेश मंत्रालय और विश्वविद्यालय को भेजा गया। आंतरिक शिकायत समिति (ICC) ने आरोपों को विश्वसनीय पाया, जिसके बाद कार्यकारी परिषद ने बर्खास्तगी की सिफारिश की।

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सूत्रों ने बताया कि आरोपी को विश्वविद्यालय की अपीलीय समिति के समक्ष अपील करने या अदालत का दरवाजा खटखटाने का अधिकार है। इस बीच, पर्यावरण विज्ञान विभाग के एक अन्य संकाय सदस्य को एक शोध परियोजना में भ्रष्टाचार के आरोपों में बर्खास्त कर दिया गया और मामला सीबीआई को सौंप दिया गया है। रिसर्च प्रोजेक्ट पर फैक्ट फाइंडिंग कमेटी की रिपोर्ट के बाद दो नॉन-टीचिंग स्टाफ को भी बर्खास्त कर दिया गया है। जानें देशभर के मौसम का हाल

(इनपुट- पीटीआई)