जम्मू-कश्मीर की 18 और झारखंड की 15 विधानसभा सीटों पर चौथे चरण का मतदान रविवार को होगा। इस चरण में जम्मू-कश्मीर में 182 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होगा जिसमें मुख्यमंत्री पद के दो उम्मीदवार व विधानसभा अध्यक्ष भी शामिल हैं जबकि झारखंड में कुल 43,48,709 मतदाता 16 महिलाओं सहित 217 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। इनमें पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी और तीन निवर्तमान मंत्री भी शामिल हैं।
जम्मू-कश्मीर के चार जिलों श्रीनगर, अनंतनाग, शोपियां (कश्मीर घाटी) और सांबा (जम्मू क्षेत्र) में 1890 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। यहां 7.05 लाख महिलाओं सहित 14.73 लाख मतदाता वोट डालेंगे। रविवार को जिन 18 सीटों पर चुनाव होना है उनमें 2008 में नेकां ने नौ, पीडीपी ने छह, कांग्रेस ने दो जबकि नेशनल पैंथर्स पार्टी ने एक सीट पर जीत दर्ज की थी। लेकिन लोगों का ध्यान सबसे ज्यादा श्रीनगर के आठ विधानसभा क्षेत्रों पर होगा क्योंकि जिले में मतदान का फीसद अनंतनाग व शोपियां के कुछ हिस्सों के साथ अपेक्षाकृत कम रहा है। श्रीनगर का प्रतिनिधित्व वर्तमान में नेशनल कांफ्रेंस कर रहा है। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला श्रीनगर के सोनवार विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं।
उन्होंने अपने परिवार के पारंपरिक गढ़ गंदेरबल से इस बार चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया। उमर मध्य कश्मीर के बडगाम जिले के बीरवाह सीट से भी मैदान में हैं जहां तीसरे चरण में मतदान हुए थे। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के संरक्षक और पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार मुफ्ती मोहम्मद सईद दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं। चुनाव मैदान में शामिल अन्य प्रमुख उम्मीदवारों में जम्मू-कश्मीर विधानसभा के अध्यक्ष मुबारक गुल, उमर के निकट सहयोगी नासिर असलम वानी, कांग्रेस मंत्री पीरजादा मोहम्मद सईद व गुलाम अहमद मीर और पीडीपी के अब्दुल रहमान वीरी व अल्ताफ बुखारी शामिल हैं।
झारखंड के जिन 15 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान होना है वहां सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं। इनमें से कई क्षेत्र माओवाद से प्रभावित हैं। माओवाद प्रभावित इलाकों में पूर्व के तीन चरणों में हुआ मतदान शांतिपूर्वक रहा है। राज्य में पांच चरण के चुनाव में तीसरे चरण में धनवार में मतदान हो चुका है। मरांडी वहां से भी उम्मीदवार हैं। इस बार वह गिरिडीह सीट से भी अपना भाग्य आजमा रहे हैं। इस सीट पर 13 उम्मीवार मैदान में हैं। इससे पहले वे गिरिडीह से लोकसभा का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। धनबाद और बोकारो में शाम पांच बजे मतदान खत्म हो जाएगा। बाकी विधानसभा सीटों पर तीन बजे तक मतदान संपन्न हो जाएगा।
झारखंड के आपदा प्रबंधन मंत्री मन्नान मलिक (कांग्रेस-धनबाद), पर्यटन मंत्री सुरेश पासवान (राजद-देवघर) और भवन निर्माण मंत्री हाजी हुसैन अंसारी (जेएमएम-मधुपुर) के अलावा 11 निवर्तमान विधायक इस चरण में मैदान में हैं। झारखंड मुक्ति मोर्चा और बहुजन समाज पार्टी ने अपने सबसे अधिक 14-14 उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है जबकि झारखंड विकास पार्टी (प्रजातांत्रिक) ने 13, भाकपा ने तीन, माकपा और राकांपा ने दो-दो सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। मधुपुर, देवगढ़ (सुरक्षित), बगोदर, जमुआ (सुरक्षित), गांडे, गिरिडीह, डुमरी, बोकारो, चंदनक्यारी (सुरक्षित), सिंदरी, निरसा, धनबाद, झरिया, टुंडी और बाघमारा सीटों पर चौथे चरण का मतदान होना है। इनमें से कोई सीट आदिवासियों के लिए अलग से नहीं है। बोकारो में सबसे अधिक 28 उम्मीदवार मैदान में हैं जबकि जमुआ, चंदनक्यारी और टुंडी में सबसे कम 10-10 उम्मीदवार मैदान में हैं।
जम्मू-कश्मीर में पहली बार सत्ता में आने का गंभीर प्रयास कर रही भाजपा घाटी में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए जीतोड़ प्रयास कर रही है। चौथे चरण में होने वाले चुनाव के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, केंद्रीय राज्यमंत्री मुख्तार अब्बास नकवी, क्रिकेटर से नेता बने नवजोत सिंह सिद्धू और बॉलीवुड अभिनेता व पार्टी के सांसद विनोद खन्ना ने इन सीटों पर भाजपा उम्मीदवारों के लिए चुनाव प्रचार किया। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद और प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष सैफुद्दीन सोज ने भी अपने उम्मीदवारों के लिए प्रचार किया। उमर अपनी पार्टी के एकमात्र स्टार प्रचारक रहे। उनके पिता फारूक अब्दुल्ला का लंदन में उपचार चलने के कारण वह चुनावों में प्रचार नहीं कर रहे हैं। पीडीपी के सैयद और पार्टी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने भी अपनी पार्टी के उम्मीदवारों के लिए प्रचार किया।