जम्मू-कश्मीर में चार महीने पहले इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग के स्टूडेंट मोहम्मद अदनान ने झेलम नदी में कूदकर आत्महत्या कर ली थी। 18 साल का अदनान सेमेस्टर एग्जाम में फेल हो गया था, जिस कारण से उसने आत्महत्या कर ली थी। लेकिन अब हैरान करने वाली खबर आई है, दरअसल, वह फेल नहीं हुआ था। आत्महत्या के चार महीने बाद अदनान की कॉपी रीचेक की गई, जिसमें वह टॉपर निकला है।
जानकारी के मुताबिक, अदनान के 70 प्रतिशत मार्क्स आए हैं, जबकि सेकेंड नंबर पर आने वाले स्टूडेंट के कुल 48 फीसदी नंबर आए हैं। अपने बेटे का रिजल्ट देखने के बाद उसके पिता हिलाल अहमद पूछते हैं- अब वह अपने बेटे को कहां ढूंढ़कर लाएं और बताएं तुमने क्लास में टॉप किया है। अदनान की मां आबिदा रोती हुई कहती हैं कि बेटे की मौत के बाद उन्होंने सबकुछ खो दिया है और अब वह जिंदा नहीं रहना चाहती हैं। अब सवाल यह उठ रहा है कि आखिर अदनान की मौत का जिम्मेदार कौन है?-वह टीचर जिसने कॉपी चेक की, कॉलेज प्रशासन या फिर सरकार?
अदनान पॉलिटेक्निक में फर्स्ट ईयर का स्टूडेंट था। उसका 18 जून को रिजल्ट आया, जिसमें वह अलाइड फिजिक्स में फेल था। इससे परेशान अदनान ने लाल चौक के किसी फुटब्रिज से झेलम नदी में कूदकर जान दे दी थी। कुछ हफ्ते बाद उसकी लाश झेलम में मछुआरों को मिली। हिलाल चाहते हैं कि उनके बेटे की मौत के जघन्य अपराध के लिए परीक्षक पर केस दर्ज किया जाए।

