झारखंड के जामताड़ा में भयंकर हादसा हो गया है। लोगों पर एक तेज रफ्तार ट्रेन चढ़ गई जिस वजह से 2 लोगों की मौत हो गयी। उपायुक्त, जामताड़ा ने दुर्घटना की जानकारी देते हुए कहा कि जामताड़ा के कालाझरिया रेलवे स्टेशन पर तेज रफ्तार ट्रेन की चपेट में आने से कुछ लोगों की मौत हो गयी। मौतों की सही संख्या की पुष्टि बाद में की जाएगी। मेडिकल टीमें और एंबुलेंस मौके पर पहुंचीं और राहत-बचाव कार्य जारी है। राष्ट्रपति मुर्मू, PM मोदी और सीएम सोरेन ने भी घटना पर दुख जताया है।
PMO ऑफिस ने ट्वीट किया, “झारखंड के जामताड़ा में हुए हादसे से दुखी हूं। मेरी संवेदनाएं उन सभी के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है। घायलों के जल्द ठीक होने की आशा करता हूं।” झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने ट्वीट किया,” जामताड़ा के कलझारिया स्टेशन के पास हुई ट्रेन दुर्घटना की दुखद खबर से मन व्यथित है। ईश्वर दिवगंत आत्माओं को शांति प्रदान कर शोकाकुल परिजनों को दुःख की यह विकट घड़ी सहन करने की शक्ति दें। प्रशासन की टीम मौके पर राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हुई है। दुर्घटना में घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं।”
करमाटांड़ रेल खंड के कालाझरिया के समीप ट्रेन की चपेट में आने से कई यात्रियों की मौत हुई है। जानकारी के मुताबिक, डाउन लाइन में बंगलुरू- यशवंतपुर एक्सप्रेस गुजर रही थी। इस बीच लाइन के किनारे डाले गये कंक्रीट का डस्ट उड़ रहा था। डस्ट को देखकर चालक को संदेह हुआ कि ट्रेन में आग लग गई है और धुंआ निकल रहा है। ट्रेन को राेकते ही यात्री भी आग के डर से उतरने लगे। इस बीच अप में जा रही ईएमयू ट्रेन की चपेट में आने से कई यात्रियों की मौत हो गई।
जामताड़ा के एसडीएम अनंत कुमार ने कहा, “दो शव बरामद कर लिए गए हैं। हमने रेलवे से एक हेल्पलाइन नंबर जारी करने का अनुरोध किया है। जांच के बाद घटना का कारण पता चलेगा।”
हादसे पर रेलवे ने क्या कहा?
जानकारी के मुताबिक, मौके पर रेलवे प्रशासन, रेल पुलिस और स्थानीय प्रशासन पहुंच चुका है। घायलों को अस्पताल पहुंचाया जा रहा है। इस मामले पर रेलवे का बयान आ गया है। रेलवे के मुताबिक, आग लगने की कोई घटना नहीं हुई थी। रेलवे ने कहा कि ट्रेन नंबर 12254 अलार्म चेन खींचने की वजह से रुकी हुई थी, तब अचानक ही दो लोग ट्रैक पर आ गए जिनको MEMU ट्रेन ने कुचल दिया। रेलवे का कहना है कि मारे जाने वाले ट्रेन के यात्री नहीं थे। इस मामले की जांच के लिए तीन सदस्यों की कमेटी बना दी गई है।
राहत और बचाव कार्य जारी
झारखंड स्वास्थ्य मंत्रालय के कार्यालय ने जानकारी दी, “झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने जामताड़ा के उपायुक्त को राहत और बचाव कार्य जारी रखने का निर्देश दिया है और सिविल सर्जन जामताड़ा को घायलों को उचित इलाज मुहैया कराने का भी निर्देश दिया है। स्वास्थ्य मंत्री ने निर्देश दिया है कि इलाज में कोई लापरवाही नहीं होनी चाहिए।
वहीं, जामताड़ा जिला परिषद सदस्य और प्रत्यक्षदर्शी सुरेंद्र मंडल ने ट्रेन दुर्घटना के बारे में कहा, “सुबह में पटरियों के किनारे पत्थर रखे गए थे। पास से गुजर रही एक एक्सप्रेस ट्रेन के पहिए के नीचे पत्थर आ गए और आग लग गई। संभवतः आपातकालीन चेन खींची गई और यात्री ट्रेन से उतर गए। बगल की पटरी पर चलते समय एक लोकल ट्रेन उनमें से कुछ यात्रियों के ऊपर से गुजर गई।”
मामले की जांच के लिए समिति का गठन
पूर्वी रेलवे के सीपीआरओ कौशिक मित्रा ने कहा, “विद्यासागर कासितार से गुजरने वाली ट्रेन संख्या 12254 से कम से कम 2 किमी दूर ट्रैक पर चल रहे दो व्यक्ति ट्रेन की चपेट में आ गए। आग लगने की कोई घटना नहीं हुई है। फिलहाल दो मौतों की पुष्टि हो चुकी है। मृतक यात्री नहीं थे बल्कि ट्रैक पर चल रहे थे। मामले की जांच के लिए 3 सदस्यीय जेएजी समिति का गठन किया गया है।”