वाइस चांसलर का विरोध करने के लिए कुछ छात्रों उनकी कार पर कालिख पोत दी और उसके बाद बोनट पर आतंकवादी तक लिख दिया। यही नहीं छात्रों ने वीसी को कमरे में काफी देर तक बंधक भी बनकर रखा। इस पूरी घटना के लिए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ताओं को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। उनकी कार के नंबर प्लेट पर कालिख पोत दी और काला झंडा लगा दिया। मामला रांची में विश्वविद्यालय मोरहाबादी कैंपस का है।
दरअसल यहां विनोबा भावे विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ रमेश शरण पोस्ट ग्रेजुएशन अर्थशास्त्र डिपार्टमेंट में वीमेंस स्टडी सेंटर की बैठक में शामिल होने आए थे। जैसी ही एबीवीपी कार्यकर्ताओं को इसकी सूचना मिली तो कार्यकर्ता डिपार्टमेंट के गेट के पास पहुंचकर विरोध प्रदर्शन करने लगे। उधर बैठक में वीसी समेत प्रोफेसर को बंधक बना लिया गया।
वहीं प्रदर्शन को उग्र होता देखा शिक्षकों ने भी विभाग के मुख्य द्वार पर ताला लगवा दिया ताकि प्रदर्शनकारी अंदर न आ सकें। इस दौरान रांची यूनिवर्सिटी के वीसी डॉक्टर रमेश पांडेय ने प्रदर्शनकारियों को समझाने की भी कोशिश की लेकिन वे नहीं समझे। हालात को भांपते हुए पुलिस को बुलाकर प्रदर्शनकारियों को वहां से हटाया गया।
ये है प्रदर्शन की वजह: जिस दिन संसद में जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने की घोषणा हुई उस दिन विनोबा भावे विश्वविद्यालय में दीक्षांत समारोह कार्यक्रम चल रहा था। इस कार्यक्रम को बीच में ही रोक दिया गया था। एबीवीपी कार्यकर्ताओं का कहना है कि वीसी ने केंद्र सरकार के एतिहासिक फैसले के विरोध में कार्यक्रम को बीच में ही रोक दिया था। वहीं विश्वविद्यालय की तरफ से कहा गया है कि सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर कार्यक्रम को बीच में रोका गया था। वहीं कार्यकर्ताओं ने राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू से वीसी के इस्तीफे की मांग की है।