संशोधित नागरिकता कानून (CAA), NRC और NPR के विरोध में जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी के छात्रों ने आज संसद भवन तक मार्च का आयोजन किया। हालांकि सुरक्षाबलों ने प्रदर्शनकारी छात्रों को रास्ते में ही रोक लिया। इस दौरान छात्रों और सुरक्षाबलों के बीच झड़प और धक्का मुक्की भी हुई।

बता दें कि जामिया के छात्रों ने सीएए के विरोध में आज इकट्ठा होकर संसद भवन की ओर मार्च किया। इस पर पुलिस ने यूनिवर्सिटी कैंपस के आसपास सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए और फिर ओखला में होली फैमिली हॉस्पिटल के पास सुरक्षाबलों ने प्रदर्शनकारी छात्रों को बैरीकेड लगाकर रोक लिया।

इस पर छात्र उग्र भी हुए और कई छात्रों ने बैरिकेड को कूदकर पार करने का भी प्रयास किया। रिपोर्ट है कि इस दौरान छात्रों और सुरक्षाकर्मियों के बीच धक्का-मुक्की भी हुई।

प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व जामिया कॉर्डिनेशन कमेटी (JCC) ने किया। प्रदर्शन में जामिया यूनिवर्सिटी के छात्र, एल्युमनी आदि शामिल थे। मार्च के दौरान प्रदर्शनकारियों ने सीएए, एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ नारेबाजी भी की।

होली फैमिली हॉस्पिटल के पास पुलिसकर्मियों ने प्रदर्शनकारियों को आगे जाने की इजाजत नहीं दी और उनसे अपना मार्च वहीं पर खत्म करने की अपील की। हालांकि छात्र संसद भवन तक जाने की मांग पर अड़े रहे।

 

इस पर जामिया यूनिवर्सिटी के चीफ प्रॉक्टर वसीम अहमद ने भी छात्रों से पीछे हटने की अपील की। उन्होंने कहा कि “मैं छात्रों और पुलिस दोनों से स्थिति को शांत बनाए रखने की अपील करता हूं। मेरी छात्रों से अपील है कि वह पीछे हट जाएं।”

पुलिस इस दौरान किसी भी अप्रिय और हिंसक घटना से निपटने के लिए तैयार दिखी। पुलिसकर्मी आंसू गैस, वाटर कैनन के साथ तैनात दिखाई दिए।

बता दें कि बीते दिसंबर माह में भी जामिया छात्रों ने सीएए के विरोध में मार्च निकाला था। जिसमें हिंसा भड़क गई थी। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने बसों सहित कई वाहनों में आग लगा दी थी। जिसके बाद पुलिस ने यूनिवर्सिटी में घुसकर लाठीचार्ज किया था। जिस पर काफी विवाद हुआ था।