मशहूर गीतकार और शायर जावेद अख्‍तर ने तीन तलाक के मुद्दे पर मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड पर हमला बोला है। उन्‍होंने कहा कि मुस्लिम बोर्ड अपने ही समुदाय का सबसे बड़ा दुश्‍मन है। जावेद अख्‍तर ने ट्वीट कर इस मुद्दे पर अपनी नाराजगी जाहिर की। उन्‍होंने लिखा, ”मैं तीन तलाक को सही ठहराने पर मुस्लिम पर्सनल बोर्ड की कड़े शब्‍दों में निंदा करता हूं। वे अपने ही समुदाय के सबसे बड़े दुश्‍मन हैं।” गौरतलब तीन तलाक पर सु्प्रीम कोर्ट में सुनवार्इ चल रही है। शुक्रवार को बोर्ड ने तीन तलाक को सही ठहराया था। उनका कहना था कि कोर्ट पर्सनल लॉ के मामले दखल नहीं दे सकता।

मुस्लिम पर्सनल बोर्ड ने कहा कि तीन बार तलाक कहने की वैधता पर सुप्रीम कोर्ट फैसला नहीं ले सकता। बोर्ड ने कहा, ‘पति को तीन बार तलाक कहने की इस्‍लाम में अनुमति है, क्‍योंकि वे निर्णय लेने की बेहतर स्थिति में होते हैं और जल्‍दबाजी में ऐसा नहीं करते। एक धर्म में अधिकारों की वैधता पर कोर्ट सवाल नहीं उठा सकता। कुरान के अनुसार तलाक से बचना चाहिए लेकिन जरुरत होने पर इसकी अनुमति है।’ बोर्ड की ओर से दिए गए एफिडेविट में कहा गया कि यह एक मिथक है कि तलाक के मामले में मुस्लिम पुरुषों को एकतरफा ताकत मिली होती है। साथ ही इस्‍लाम जब बहुविवाह प्रथा की अनुमति देता है तो यह उसको प्रोत्‍साहित नहीं करता। इस मामले में चीफ जस्टिस टीएस ठाकुर की अध्‍यक्षता वाली बैंच ने सुनवाई की। इस मामले में कई महिलाओं ने याचिका दायर की है। इनमें से एक हैं इशरत जहां। इशरत को फोन पर तलाक दे दिया गया था।

तीन बार तलाक पर मुस्लिम पर्सनल बोर्ड ने कहा- निजी कानूनों में दखल नहीं दे सकती अदालत

तीन तलाक पर मुस्लिम बोर्ड की सुप्रीम कोर्ट को दलील- यह पत्नी का मर्डर होने से बचाता है