हरियाणा में जाटों ने फिर से आंदोलन की चेतावनी दी है। जाटों ने आरक्षण की मांग को दोहराते हुए पिछले महीने आंदोलन के दौरान दर्ज किए गए आपराधिक मामलों को वापस लेने की मांग की। जाट नेताओं ने बताया कि वे मांगे मानने के लिए 72 घंटे का समय देंगे।
बता दें कि पिछले महीने हुए आंदोलन के दौरान हरियाणा में काफी हिंसा देखने को मिली थी। इसमें 30 लोग मारे गए थे जबकि 10 हजार करोड़ की सरकारी और निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचा था। आंदोलनकारियों ने कई जगहों पर आगजनी और तोड़फोड़ की थी। साथ ही रेलवे को भी नुकसान पहुंचाया था। इसके अलावा दिल्ली को पानी पहुंचाने वाली नहर को भी बंद कर दिया था।
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इसी बीच मुरथल में महिलाओं से गैंगरेप की खबरें भी आई थीं। इस मामले में जांच चल रही है। जाट समुदाय सरकारी नौकरियों में ओबीसी के तहत आरक्षण की मांग कर रहा है।
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