भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) दिल्ली के विद्यार्थी अपने शोधों के जरिए आम लोगों की समस्याओं के नए-नए हल लेकर सामने आ रहे हैं। अनुसंधानों को उद्योगों तक ले जाने के उद्देश्य से आइआइटी दिल्ली में हाल ही में उद्योग दिवस का आयोजन किया गया। इस मौके पर संस्थान के विद्यार्थियों ने खुद से विकसित किए उत्पादन और प्रौद्योगिकी का प्रदर्शन किया। इनमें से कुछ के बारे में आज हम यहां बता रहे हैं।
बिना बिजली खाना होगा गर्म
आइआइटी दिल्ली से एमटेक कर रहे अमित जैन और हर्षित जैन ने ‘हीटोमेट’ नाम का खाना गर्म करने के लिए एक ऐसा हीटर विकसित किया है जिसके लिए न तो बिजली की आवश्यकता है और न किसी भी तरह के र्इंधन की जरूरत है। इन दोनों ने एक छोटा ‘तकियानुमा’ उत्पाद तैयार किया है जिस पर पानी डालने से वह गर्मी पैदा करता है। इसी गर्मी के जरिए खाने को आसानी से गर्म किया जा सकता है।
एक-दो महीनों में बाजार में आने वाले इस उत्पाद की कीमत मात्र 50 रुपए है जिसमें तीन इकाई मौजूद होती हैं। हर इकाई एक बार ही उपयोग की जा सकती है। इस उत्पाद के पेटेंट के लिए आवेदन किया गया है।
शाकाहारी भी खा सकेंगे अंडा भुर्जी
आइआइटी दिल्ली के अनुसंधानकर्ताओं ने शाकाहारी लोगों के लिए सब्जियों और दालों पर आधारित ‘अंडा भुर्जी’ विकसित की है। आइआइटी दिल्ली में इंक्यूबेटिड प्लांटमेड कंपनी ने शाकाहारी लोगों के लिए सिर्फ अंडा ही नहीं बल्कि विभिन्न तरह के मांस और पनीर भी तैयार किया है।
इस प्रोजेक्ट पर काम कर रहीं डॉक्टर काव्या दशोरा ने बताया कि हमने पेड़-पौधों से मिलने वाले प्रोटीन से ‘मॉक मीट’ विकसित किया है। यह स्वाद और देखने में बिलकुल असली मांस की तरह दिखता है लेकिन है यह पूरी तरह से शाकाहारी। उन्होंने बताया कि हम जल्द ही अंडा भुर्जी और आॅमलेट बाजार में उतारने वाले हैं।
बीस साल तक देगा बदबू से निजात
आइआइटी दिल्ली से पोस्ट डॉक्ट्रेरट कर रहे डॉक्टर मोहम्मद फराज ने बदबू को खत्म करने का आसान और सस्ता तरीका खोज निकाला है। डॉक्टर फराज ने बताया कि उन्होंने जो ‘ऑडोर किलर’ विकसित किया है, उसमें फिल्टर को 20 सालों तक बदलने की जरूरत नहीं होगी। इसकी कीमत 500 रुपए तक हो सकती है।
प्लास्टिक से बनाया 45 रुपए प्रति लीटर डीजल
आइआइटी दिल्ली से कैमिकल इंजीनियरिंग में पीएचडी कर रहीं उमा द्विवेदी ने प्लास्टिक की समस्या से निजात दिलाने का नायाब तरीका खोज निकाला है। उन्होंने प्लास्टिक या पॉलीथीन के छोटे-छोटे टुकड़ों का उत्प्रेरक सॉलिड एसिड जियोलाइट्स के साथ रसायनिक प्रतिक्रिया करके डीजल बनाया है।

