Jamshedpur East (Jharkhand) Vidhan Sabha Election Result 2024: जमशेदपुर पूर्व विधानसभा क्षेत्र में भाजपा की उम्मीदवार रघुवर दास की बहू पूर्णिमा साहू जीत चुकी हैं। पूर्णिमा साहू ने कांग्रेस के अजय कुमार को 42 हजार वोटों से हराया है। बता दें कि इस सीट पर पहले चरण में लोगों ने जमकर मतदान किया था और 13 नवंबर को वोट डाले गए थे। जमशेदपुर ईस्ट विधानसभा सीट भी काफी लोकप्रिय सीट मानी जाती रही है।

अब बात उम्मीदवारों की करें तो ओडिशा के राज्यपाल और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास की बहू पूर्णिमा दास साहू भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं। वहीं कांग्रेस ने पूर्व आईपीएस अधिकारी और जमशेदपुर के पूर्व सांसद डॉ अजय कुमार को मैदान में उतारा है। इस प्रतिद्वंद्विता को और बढ़ाते हुए भारतीय जनता पार्टी के बागी शिवशंकर सिंह गैस चूल्हा चुनाव चिन्ह के साथ निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतर आए हैं। शिवशंकर सिंह की उम्मीदवारी ने बीजेपी और कांग्रेस दोनों के लिए चुनौतियां काफी बढ़ा दी हैं।

Maharashtra Assembly Election Result LIVEJharkhand Chunav Result LIVE

पार्टीप्रत्याशीवोट
कांग्रेसअजय कुमार64320
बीजेपीपूर्णिमा दास साहू107191

2019 विधानसभा चुनाव नतीजे

जमशेदपुर ईस्ट सीट पर पिछला चुनाव बड़ा ही रोचक हुआ था। राज्य के तत्कालानी मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी रघुवर दास को बीजेपी के बागी और निर्दलीय उम्मीदवार सरयू राय ने चुनाव हरा दिया था। जमशेदपुर ईस्ट विधानसभा सीट पर रघुवर दास को 58112 वोट मिले थे। वहीं सरयू राय ने 73945 वोटों के साथ चुनावी मुकाबला अपने नाम किया है। कांग्रेस कैंडिडेट गौरव वल्लभ को महज 18976 वोटों से ही संतोष करना पड़ा। सरयू राय ने रघुवर दास को 15,833 वोटों के अंतर से करारी शिकस्त दी।

पार्टीप्रत्याशीवोटजीते/हारे
निर्दलीयसरयू राय73945जीते
बीजेपीरघुवर दास 58112 हारे

जमशेदपुर ईस्ट विधानसभा सीट का सियासी गणित

जमशेदपुर ईस्ट सीट जनरल सीट है। यह विधानसभा शहरी क्षेत्र में आता है। इस विधानसभा सीट का गठन साल 1967 में हुआ था। यहां से पहले विधायक एमजे अखौरी थे। उन्होंने कांग्रेस पार्टी के टिकट पर विजयी परचम लहराया था। उसके बाद भाकपा के केदार दास ने 1972 में सीट पर कब्जा किया। इनके बाद साल 1977 जनता पार्टी से दीनानाथ पांडेय, 1980 भारतीय जनता पार्टी से दीनानाथ पांडेय, 1985 कांग्रेस से दारियस नारीमन, 1990 में दीनानाथ पांडेय पर ही लोगों ने भरोसा जताया था। इसके बाद भारतीय जनता पार्टी के रघुवर दास ने साल 1995 में इस सीट पर कब्जा जमाया। साल 2000 में भी रघुवर दास ही चुनाव जीते। फिर 2005 में रघुवर दास चुने गए थे। साल 2009 में भी स्थिति नहीं बदली और रघुवर दास पर ही लोगों ने भरोसा किया। 2014 में भी रघुवर दास ने ही परचम लहराया था।