Jammu Kashmir Assembly Election: केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर में 10 साल में पहली बार वोटिंग होगी। इलेक्शन कमीशन ने आज चुनावी तारीखों का ऐलान कर दिया है। यूटी में तीन फेज में इलेक्शन होंगे। इनमें 18 सितंबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर की तारीख शामिल है। जम्मू में बढ़ रही आतंकी घटनाओं को देखते हुए सरकार भी बिल्कुल अलर्ट मोड में हैं। सरकार ने जम्मू के आंतक प्रभावित इलाकों में ज्यादा सेना तैनात करने का फैसला किया है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, जम्मू सेक्टर में आतंकी हमलों में बढ़ोतरी के बाद इंडियन आर्मी पीर पंजाल के साउथ में सैनिकों की संख्या को बढ़ाने की सोच रही है। पिछली बार राज्य में विधानसभा चुनाव करीब 10 साल पहले ही हुए थे। इस चुनाव में कोई भी पार्टी बहुमत के आंकड़ें को छू नहीं पाई थी। साल 2019 में जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को खत्म कर दिया था। इसके बाद इसे केंद्रशासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बदल दिया था।
जम्मू में आतंकी हमलों में आई तेजी
जम्मू सेक्टर में पिछले कुछ दिनों से आतंकी हमलों में काफी तेजी आई है। कठुआ, भद्रवाह, डोडा, रियासी और उधमपुर जिलों को आतंकियों ने टारगेट किया। सुरक्षाबलों ने भी आतंकियों की तलाश में सर्च ऑपरेशन चलाया हुआ है। जम्मू-कश्मीर में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए भारत सरकार ज्यादा ध्यान दे रही है। जहां पर ज्यादा आतंकी घटनाओं की संभावना है वहां पर ज्यादा फोर्स तैनात की जाएगी।
स्वतंत्रता दिवस से एक दिन पहले चुनावी तैयारियों और आतंकी हमलों की समीक्षा को लेकर डिफेंस मिनिस्ट्री में एक हाईलेवल मीटिंग हुई थी। सूत्रों ने कहा कि नियंत्रण रेखा के पास निगरानी रखने के लिए ड्रोन समेत टेक्नोलॉजी का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करने पर विचार किया जा रहा है। ऐसा इस वजह से किया जा रहा है ताकि आतंकियों की घुसपैठ पर लगाम लगाई जा सके।
पांच हजार से ज्यादा जवानों की होगी तैनाती
सूत्रों ने बताया कि जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव को देखते हुए सिक्योरिटी फोर्स ने भी अपनी तैयारी करनी शुरू कर दी हैं। पीर पंजाल के साउथ में आंतकी हमलों में हो रहे बढ़ोतरी को देखते हुए जम्मू क्षेत्र में ज्यादा यूनिटों की तैनाती भी शुरू कर दी है। सूत्रो ने यह भी बताया कि जम्मू क्षेत्र में पुलिस और बीएसएफ के पांच हजार से ज्यादा जवान तैनात किए जा रहे हैं। इंडियन आर्मी की असम राइफल्स की 2 यूनिटों ने जम्मू में कमान संभालना भी शुरू कर दिया है। असम राइफल्स की 2 यूनिटों को मणिपुर से भेजा जा रहा है। इसके अलावा बीएसएफ की दो ज्यादा बटालियन भी तैनात की जाएंगी।