केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर और लद्दाख में धारा 370 हटने के बाद राज्य में पर्यटन की गतिविधि बढ़ गई है और राज्य में आतंकी गतिविधियों में भी कमी आई है। लोक शोध नीति केंद्र (पीपीआरसी) ने राज्य सरकार के कामकाज और केंद्रीय एजंसियों आंकड़े पर तैयार की एक रपट में यह दावा किया है। रपट बताती है कि 370 हटने के बाद राज्य में पर्यटक बढ़ गए है और जम्मू और कश्मीर में वर्ष 2022 में 1.88 करोड़ पर्यटक भ्रमण के लिए पहुंचे हैं।
दुनिया भर में जम्मू कश्मीर राज्य आतंकी गतिविधियों की वजह से जाना जाता था। इसके अतिरिक्त यहां पर पत्थरबाजी की घटना होना भी आम थी, लेकिन ताजा आंकड़ों के मुताबिक जम्मू कश्मीर दुनिया भर से आने वाले पर्यटकों की पहली पसंद बना है। रपट में बताया गया है कि यहां पर पर्यटकों के पहुंचे का आंकड़ा एक ही साल में वर्ष 2022 में 1.88 करोड़ तक पहुंच गया है। इसी प्रकार जम्मू और कश्मीर में वर्ष 2014 से 22 कुल 2064 आतंकी घटना हुई है, यह आंकड़ा वर्ष 2004 -13 के बीच 9321 था।
सुरक्षाकर्मियों की हत्या के मामले का आंकड़ा वर्ष 2014 से 2022 में घटकर 1055 रहा है, जो कि 2004 – 2013 में 1055 तक दर्ज किया गया था। इसके अतिरिक्त इन घटनाओं में मारे जाने वाले आम नागरिकों के आंकड़े में भी कमी दर्ज की गई है। यह आंकड़ा 2004 से 2013 के बीच 2081 था जो कि 2014- 22 के बीच घट कर 287 रह गया है।
दावा किया गया है कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल में 54 फीसद आंतकी गतिविधि और 84 फीसद सुरक्षाकर्मियों की मौतों के मामले में कमी आई है। पीपीआरसी के निदेशक सुमित भसीन धारा 370 हटने के बाद राज्य में बहुत से लोग गए और उन्होंने यहां के हालात को व्यवसाय के नजरिये से भी देखा है। अब तक आतंकवाद के कारण लोग जाने से डरते थे।