Jammu-Kashmir News: जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शुक्रवार को श्रीनगर में राजभवन में यूनिफाइड हेडक्वार्ट्स ऑफ मल्टीपल सिक्योरिटी विंग की बैठक की। इस मीटिंग के बाद एलजी ने घोषणा की कि 12 और टूरिस्ट डेस्टिनेशन को खोल दिया जाएगा। 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के बाद इन स्थलों को टूरिस्ट के लिए बंद कर दिया गया था। इन्हें 29 सितंबर को फिर से खोल दिया जाएगा।

उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर लिखा, “आज की यूएचक्यू बैठक में गहन सुरक्षा समीक्षा और चर्चा के बाद, मैंने कश्मीर और जम्मू संभाग में और टूरिस्ट प्लेस को फिर से खोलने का आदेश दिया है। इन्हें एहतियाती उपायों के रूप में अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया था।”

इन 12 जगहों में से सात कश्मीर में मौजूद हैं। इनमें पहलगाम में अरु घाटी और यानर राफ्टिंग पॉइंट, पहलगाम के रास्ते में अक्कड़ पार्क, अनंतनाग में पादशाही पार्क और साउथ कश्मीर के उरी में एलओसी पर कमान पोस्ट शामिल हैं। जम्मू क्षेत्र में टूरिस्टों के लिए खोले गए पांच स्थलों में कठुआ में धागर, रामबन में दागन टॉप और सलाल में शिव गुफा शामिल हैं।

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एलजी ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ की मीटिंग

पहलगाम की बैसरन घाटी में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद प्रशासन ने टूरिस्टों और पिकनिक मनाने वालों के लिए लगभग 50 डेस्टिनेशन को बंद कर दिया था। इस हमले में 25 पर्यटक और एक स्थानीय व्यक्ति मारे गए थे। जून में प्रशासन ने 16 टूरिस्ट डेस्टिनेशन को फिर से खोल दिया। एलजी सिन्हा ने श्रीनगर स्थित राजभवन में यूएचक्यू की बैठक की अध्यक्षता की। इनमें सेना, पुलिस, अर्धसैनिक बलों, खुफिया एजेंसियों और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।

आतंकवाद के खिलाफ युद्ध अभी खत्म नहीं हुआ- एलजी मनोज सिन्हा

सिन्हा ने जम्मू-कश्मीर में हाल ही में सफल आतंकवाद विरोधी अभियानों के लिए सुरक्षा बलों, पुलिस और खुफिया एजेंसियों को बधाई दी। उन्होंने बैठक में कहा, “आतंकवाद के खिलाफ युद्ध अभी खत्म नहीं हुआ है।” उन्होंने आगे कहा, “हमें गति बनाए रखनी चाहिए और आतंकवाद और उसके पूरे तंत्र के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।”