जम्मू कश्मीर की राजधानी श्रीनगर के पीरबाग मर्डर केस में पुलिस जांच में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। 2। पुलिस जांच के अनुसार उसकी मौत दोस्त के साथ झगड़े के चलते हुई। आरोपी दोस्त ओवैस से लड़की की आवाज में बात करता था और इसी बीच ओवैस को उससे प्यार हो गया। मुलाकात में जब सच सामने आया तो दोनों में झगड़ा हो गया।
डीआर्इजी गुलाम हसन मीर बताते हैं कि, ‘इस केस को सुलझाने का काफी दबाव था। ओवैस की किसी से दुश्मनी नहीं थी। इस मामले में कोई संदिग्ध भी नहीं था। लेकिन हमारे पास एक सुराग था। ओवैस एक साल से लड़की के संपर्क में था और उससे मिलने के लिए गया था। उसकी बहन ने बताया कि उसका नाम उमैरा था और वह वानाबल की रहने वाली थी। उसने कई बार यहां तक कि ओवैस के लापता होने के बाद भी लड़की से बात की थी। लेकिन किसी ने महसूस नहीं किया उसका इस केस में हाथ हो सकता है। हमने ओवैस के फोन रिकॉर्ड चैक किए तो पता चला कि वह हर रोज उमैरा से बात करता था। कई बार रात को वे सोते तक नहीं थे। हम उमैरा से पूछताछ करना चाहते थे। तब हमें पता चला कि उमैरा लड़की नहीं बल्कि लड़का है।’
मीर ने बताया कि ओवैस के बचपन के दोस्त इशान मजीद ही उमैरा बना हुआ था। दोनों पांचवीं कक्षा तक साथ पढ़े थे। उन्होंने बताया कि, ‘इशान और ओवैस पांचवीं के बाद से संपर्क में नहीं थे। उसने उमैरा के नाम से फेसबुक पेज बनाया और प्रोफाइल पिक्चर में शिल्पा शेट्टी की फोटो लगाई। फेसबुक के जरिए उसने ओवैस से दोस्ती की। ओवैस का परिवार और विशेष रूप से दो बहनें उमैरा को काफी पसंद किया करती थी। उसकी बहन ने बताया कि जब भी ओवैस फोन नहीं उठाता था या उसका फोन बंद होता तो उमैरा घर के दूसरे नंबर पर कॉल करती। मामला इतना गंभीर था कि ओवैस अपने घरवालों के साथ खाना भी खाता था। वह उमैरा के साथ फोन पर बात करने के लिए खाना अपने कमरे में ले जाता। ओवैस के परिवार को इस बारे में जानकारी थी। उन्हें इससे कोई पेरशानी नहीं हुई।’
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हालांकि इस दौरान ओवैस और उमैरा कभी व्यक्तिगत रूप से नहीं मिले थे। डीआईजी मीर ने बताया कि, ‘हाल ही में ओवैस ने कहा कि जब उमैरा मिलेगी तो ही वह इस रिश्ते को आगे बढ़ाएगा। 12 जनवरी को इशान मान गया। दोनों रेलवे ट्रेक के पास मिले। इशान ने पुलिस को बताया कि जब मैंने उसे असली पहचान बताई तो वह हैरान रह गया। उसे गुस्सा आ गया और उसने इशान का थप्पड़ मार दिया। दोनों में हाथापाई हो गई और ओवैस नीचे गिर गया जिससे उसके सिर पर चोट लगी। इशान मौके से भाग गया और उसने दो सिम कार्ड तोड़ दिया। उसने उमैरा का फेसबुक पेज भी डिलीट कर दिया।’ बडगाम के एसपी फयाज अहमद लोन के अनुसार इशान खुद के बारे में भ्रमित था। उन्होंने बताया कि, ‘ इशान लड़की की तरह व्यवहार करता है। उसने बताया कि वह ओवैस से प्यार करता था। वह रो रहा था और कहा कि वह ओवैस को मारना नहीं चाहता था।’
इस मामले में तीन रेलवे कर्मचारियों को भी गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने ओवैस की लाश देखी थी लेकिन पुलिस को बताने की बजाय उन्होंने लाश को ट्रेक से दूर फेंक दिया। हत्या के कारण का पता लगाने के लिए ऑटोप्सी रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। वहीं इशान के पिता अब्दुल मजीद का कहना है कि हम सकते में हैं। हम सोच भी नहीं सकते कि इशान ऐसा कर सकता है। पुलिस क्या कह रही है इस पर हमें विश्वास नहीं। हम खुद उससे पूछेंगे।