जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता मिली है। जवानों ने भीषण मुठभेड़ में 5 आतंकियों को मार गिराया। एएनआई के अनुसार, कुलगाम के चौगाम में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हुई है। ताबड़तोड़ गोलीबारी को देखते हुए बारामुला-काजीगुंड रेलखंड पर रेलवे सेवा रोक दी गई थी। इसके अलावा इंटरनेट सेवा को भी रोका गया था, ताकि आतंकी अपने आकाओं और समर्थकों से संपर्क न साध सके। पिछले कुछ दिनों में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ की घटनाएं बढ़ी हैं। पिछले दो दिनों में सुरक्षाबल कुल 13 आतंकियों को ढेर कर चुके हैं। घाटी में पिछले कुछ महीनों से लश्कर-ए तैयबा, हिजबुल मुजाहिदीन और जैश-ए मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों ने अपनी गतिविधियां बढ़ा दी हैं। जम्मू-कश्मीर में पंचायत चुनाव भी प्रस्तावित हैं। राज्य के प्रमुख राजनीतिक दल पहले ही इसमें हिस्सा न लेने की बात कह चुके हैं।
5 terrorists have been eliminated. They belonged* to Lashkar-e-Taiba&Hizbul Mujahideen. They were wanted in different crimes of civilian atrocities, attack on security forces&bank robberies. Weapons also recovered. Search op is going on.: IGP Kashmir SP Pani on Kulgam encounter https://t.co/XPskeFY9F4
— ANI (@ANI) September 15, 2018
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कुल पांच आतंकी थे, जिनमें 5 को मार गिराया। बताया जा रहा है कि मारे गए आतंकी लश्कर और हिजबुल के थे। इसमें कुख्यात आतंकी गुलजार पैडर भी शामिल है। सेना, राष्ट्रीय राइफल्स और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने पूरे इलाके को घेर लिया है। इसके साथ ही सर्च ऑपरेशन भी चलाया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक, सुरक्षाबलों को शुक्रवार देर रात आतंकियों के छुपे होने की जानकारी मिली थी। इसके बाद पूरे इलाके की नाकेबंदी कर तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया। इस दौरान आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर गोलियां बरसानी शुरू कर दी जिसका जवानों ने माकूल जवाब दिया। मालूम हो कि पिछले कुछ वर्षों में घाटी में आतंकी गतिविधियां बहुत बढ़ गई हैं। इसे देखते हुए सेना ने ऑपरेशन ऑल आउट चला रखा है। पिछले दिनों सुरक्षाबलों ने मोस्ट वांटेड आतंकियों की हिट लिस्ट तैयार की है। सीमा पार से लगातार घुसपैठ को अंजाम दिया जा रहा है। इसके कारण भारत ने पाकिस्तान के साथ औपचारिक बातचीत करने की प्रक्रिया को बंद कर दिया है। पड़ोसी मुल्क आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई की बात तो करता है, लेकिन इस दिशा में अब तक ठोस पहल नहीं की गई है, जिससे दोनों देशों के रिश्ते बेहद तल्ख हैं।