अंतरराष्ट्रिय सीमा पर हीरानगर सेक्टर के लोंडी गाँव में एक परिवार ने फैसला किया है कि वे अपना घर बंद कर किसी सुरक्षित स्थान पर चले जाएंगे। घर के बगल में एक सामुदायिक बंकर का निर्माण किया जा रहा है और घर के आगे और पीछे परिवार के बंकर हैं। क्षेत्र में सामुदायिक बंकरों के निर्माण को देखते हुए, शिव देव सिंह का मानना है कि भारत और पाकिस्तान कभी अपने वांछित परिणाम पर नहीं पहुंचे। उनका मानना है दोनों देशों के बीच तनाव भरा माहौल है और इस दौरान बहुत सारी राजनीति चल रही है। शिव देव सिंह ने कहा “आज यदि आप दोनों देशों की आलोचना करते हैं तो आपको तुरंत राष्ट्र-विरोधी करार दिया जाता है। मैं चाहता हूं कि हर कोई यहां आए और देखे कि ये गांव वाले रोज किन परिस्थितियों का सामना करते हैं। यहां की खली सड़कें देखो, पालतू जानवर अजनबियों के भरोसे देखभाल के लिए छोड़ दिए गए हैं। हम बॉर्डर से दूर अपने-अपने घरों में बैठकर आराम से रहते हैं और क्या किया जाना चाहिए इस पर सलाह देते हैं।”
बंकरों का निर्माण कई महीनों से चल रहा है। इनका निर्माण बहुत तेजी से किया जा रहा है। सामुदायिक बंकर 16-20 लोगों को आश्रय प्रदान करते हैं। उसमें एक रसोई और शौचालय भी है। वहीं छोटे परिवार के बंकरों में चार से पांच लोग रहते हैं। बंकरों के निर्माण में लगे ठेकेदार धीरज कुमार ने सीमा की ओर इशारा करते हुए कहा कि हाल ही में बीएसएफ के एक अधिकारी को पाकिस्तानी स्नाइपर ने कुछ ही गज की दूरी पर गोली मार दी थी। ” ये बंकर आपको शारीरिक सुरक्षा प्रदान कर सकते हैं, लेकिन मानसिक आघात के बारे में क्या?”
सीमा पर अरनिया के पास चानना कोठे गांव से थोड़ी दूर पर एक पाकिस्तानी गांव है। उस गांव से शाम की अज़ान सुनी जा सकती है। भारतीय पक्ष से दिखाई देने वाली एक पाकिस्तानी मस्जिद की मीनार की ओर इशारा करते हुए 76 वर्षीय निवासी उजागर राम कहते हैं, “मैंने दिन भर उस तरफ से आने वाली कई प्रार्थनाएं सुनी हैं। मुझे पता नहीं क्यों।” कुछ दूरी पर गोलाबारी की आवाज़ का ज़िक्र करते हुए उजागर राम कहते हैं कि सीमा के साथ लगे हुए गांव, कठुआ से लेकर जम्मू तक रोज़ हो रही गोलीबारी के चलते बंधी बने हुए हैं। अरनिया निवासी तरसेम सिंह को लगता है कि भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध जारी है। तरसेम सिंह ने कहा “मैंने अखनूर सेक्टर में 1965 का युद्ध और 1971 का युद्ध देखा है। उस समय भी ऐसा ही हुआ था युद्ध ने धीरे-धीरे गति पकड़ी थी।इस बार भी वही होगा।”