पहलगाम आतंकी हमले को लेकर विपक्ष संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग कर रहा है। इसको लेकर आरजेडी के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी भी लिखी है। भारत सरकार ने देश में रहने वाले पाकिस्तानी नागरिकों को कड़ी वॉर्निंग दी है। इसमें कहा गया है कि जो लोग तय समय सीमा तक भारत को नहीं छोड़ते हैं तो उन्हें गिरफ़्तारी, मुकदमा और तीन साल तक की जेल की सजा या 3 लाख रुपये तक का जुर्माना या दोनों का सामना करना पड़ेगा। यह अल्टीमेटम 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए घातक आतंकी हमले के बाद दिया गया है। सरकारी आदेश के अनुसार, सार्क वीजा रखने वाले पाकिस्तानी नागरिकों को 26 अप्रैल तक भारत से बाहर निकलना जरूरी है, जबकि मेडिकल वीजा रखने वालों को 29 अप्रैल तक निकलना होगा।
537 पाकिस्तानी नागरिकों ने छोड़ा भारत: 25 से 27 अप्रैल के बीच अटारी चेक पोस्ट के जरिए 537 पाकिस्तानी नागरिक भारत से बाहर गए, जबकि इसी अवधि में 744 भारतीय नागरिक वाघा के जरिए पाकिस्तान से वापस लौटे। पहलगाम आतंकी हमले की शुरुआती जांच के बाद शुरू किए गए कूटनीतिक हमले के तहत भारत ने 24 अप्रैल को पाकिस्तानी नागरिकों को जारी किए गए सभी वैध वीजा रद्द कर दिए। इसमें राजनयिक और आधिकारिक वीज़ा और लॉन्ग टर्म शामिल नहीं थे।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम से जुड़ी तमाम बड़ी अपडेट्स के लिए बने रहिये जनसत्ता डॉट कॉम के साथ…
पहलगाम आतंकी हमले पर NC के मुख्य सचेतक मुबारक गुल ने कहा, “यह एक क्रूर हमला था। एक निर्दोष की हत्या पूरी मानवता की हत्या है। यह हमारी संस्कृति नहीं है। पूरे कश्मीर ने इस हमले की निंदा की है।
कांग्रेस विधायक निजामुद्दीन भट ने कहा, “कर्रा साहब के बयान का मतलब यह नहीं है कि हम आतंकवाद के खिलाफ नहीं हैं। इसका एक संदर्भ है। हमने युद्ध की कोशिश की है, हमने बातचीत की कोशिश की है, हमने चरमपंथियों और आतंकवाद को खत्म करने के लिए हर आंतरिक सामंजस्यपूर्ण उपाय की कोशिश की है। यह राष्ट्रीय सुरक्षा का सवाल है। हम देश के साथ हैं। लेकिन एक भावना यह भी है कि एक बार जब हमने सब कुछ आज़मा लिया है, तो हमें फिर से कोशिश करनी चाहिए। इसका मतलब यह नहीं है कि हम सरकार को इस मामले को उठाने से रोक रहे हैं। केंद्र सरकार कोई भी कदम उठा सकती है। कांग्रेस पहले ही कह चुकी है कि आतंकवाद के खिलाफ वे सरकार के साथ हैं… कोई भी कदम उठाओ लेकिन आप विकल्प क्यों बंद कर देते हैं। अगर युद्ध भी होता है, तो हस्तक्षेप होगा। फिर उसके बाद बातचीत होगी। हम कह रहे हैं कि इसे खुला रखना चाहिए।”
कांग्रेस विधायक विजय वडेट्टीवार ने कहा, “सरकार को पहलगाम आतंकी हमले की जिम्मेदारी लेनी चाहिए । वे (सरकार) कह रहे हैं कि आतंकवादियों ने लोगों से (उनके धर्म के बारे में) पूछकर उन्हें मार डाला। क्या आतंकवादियों के पास यह सब करने का समय है। कुछ लोग कहते हैं कि ऐसा नहीं हुआ। आतंकवादियों की कोई जाति या धर्म नहीं होता। जो लोग जिम्मेदार हैं उन्हें पकड़ो और कार्रवाई करो। यह देश की भावना है।”
भारत में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों के बारे में भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने कहा, “जब वीजा रद्द करने की प्रक्रिया शुरू हुई, तो दो तरह के वीजा सामने आए और इस पर गहन जांच की जरूरत है। पाकिस्तानी लड़कियों की शादी यहां हुई है और वे भारत की नागरिक नहीं बन सकती हैं और सालों से यहां रह रही हैं। यहां तक कि पाकिस्तानी पुरुषों की भी शादी भारत में हुई है। इन शादियों के पीछे क्या मकसद है, इसकी जांच होनी चाहिए। क्या इन देशों में वैवाहिक संबंध नहीं हैं? जो लोग 1947 में पाकिस्तान चले गए, उनकी संपत्तियां शत्रु संपत्ति अधिनियम के तहत सरकार ने अपने कब्जे में ले लीं। क्या इसका मतलब यह नहीं है कि पाकिस्तान में अपनी बेटियों की शादी करने वाले भारतीय और भारत में अपनी बेटियों की शादी करने वाले पाकिस्तानी इस देश के दुश्मन हैं? हमें पहले उनसे निपटना होगा।”
पहलगाम आतंकी हमले पर कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा, “हमें भारतीय सेना और उसकी वीरता पर पूरा भरोसा है। सर्वदलीय बैठक में हमारे अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने आतंकवाद के खिलाफ सरकार को पूरा समर्थन जताया।”
भाजपा नेता शगुन परिहार ने कहा, “पाकिस्तान की पूरी राजनीति इस बात पर सिमट गई है कि वे भारत में एक विशेष समुदाय को कितना निशाना बना सकते हैं। हमारे प्रधानमंत्री उन्हें मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम हैं।”
AAP विधायक मेहराज मलिक ने कहा, “पूरा विश्व हमले की निंदा और शोक मना रहा है। आज विधानसभा में इस घटना पर चर्चा करना जरूरी है। आज देश एकजुट है। सबसे पहले हमें पाकिस्तान को जवाब देना होगा, फिर बातचीत की गुंजाइश बनेगी। हम उन्हें बातचीत से जवाब नहीं देंगे, हमें उन्हें अपनी ताकत दिखानी होगी। सिंधु नदी का पानी हमारी आबादी को प्रभावित किए बिना 3-4 दिनों से ज्यादा स्टोर नहीं किया जा सकता। हमें उनके साथ यह जल युद्ध लड़ने की जरूरत नहीं है। हमारे पास इतनी बड़ी सेना और इतना बड़ा गोला-बारूद क्यों है? किस लिए? हमें उन्हें एक बार जवाब देना होगा। अगर हम उन्हें अभी जवाब नहीं देंगे, तो पाकिस्तान चार महीने बाद फिर ऐसी घटना दोहराएगा।”
जम्मू-कश्मीर के नेता प्रतिपक्ष सुनील शर्मा ने कहा, ‘कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री ने एक सर्वदलीय बैठक बुलाई थी, जिसमें स्पष्ट संदेश दिया गया कि जम्मू-कश्मीर में हर राजनीतिक दल राजनीति से ऊपर उठकर राष्ट्र के साथ खड़ा है और पहलगाम आतंकी हमले में जान गंवाने वालों के प्रति संवेदना व्यक्त करता है। आज का विधानसभा सत्र उस संदेश को भेजने की दिशा में एक कदम है और यह एक स्वागत योग्य कदम है। आज जैसे दिन पर, बिल्कुल भी राजनीति नहीं होनी चाहिए।”
पहलगाम आतंकी हमले पर बीजेपी सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने कहा, “जैसे ही आतंकी हमला हुआ और सरकार को खबर मिली, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तुरंत अपना सऊदी अरब दौरा छोड़कर वापस आ गए, गृह मंत्री तुरंत श्रीनगर पहुंचे। इससे ज्यादा तत्काल कोई कार्रवाई नहीं हो सकती। जिस तरह से प्रधानमंत्री ने CCS की बैठक बुलाई और तमाम कदम उठाए, उससे साफ है कि ये मामला सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता और सबसे बड़ी प्राथमिकता है। निश्चित तौर पर आतंकी हमले के जिम्मेदारों को ऐसी सजा मिलेगी कि उनकी रूह भी कांप जाएगी।”
भारत सरकार ने सोमवार को कई पाकिस्तान स्थित यूट्यूब चैनलों पर प्रतिबंध लगा दिया, जिनमें पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब अख्तर द्वारा संचालित का चैनल भी शामिल है।
72 साल की रजिया सुल्ताना का परिवार सदमे में है, क्योंकि बालासोर जिला प्रशासन ने उन्हें भारत छोड़कर पाकिस्तान लौटने का नोटिस जारी किया है। यह नोटिस केंद्र सरकार द्वारा पहलगाम आतंकी हमले के बाद लंबी अवधि के वीजा को खत्म करने के बाद जारी किया गया है।
भारतीय समुदाय के सदस्यों ने पहलगाम आतंकी हमले के खिलाफ पाकिस्तान वाणिज्य दूतावास के बाहर विरोध प्रदर्शन किया।
अधिकारियों ने आतंकवादी नेटवर्क के खिलाफ कार्रवाई करते हुए जम्मू-कश्मीर के डोडा और किश्तवाड़ जिलों में कई जगहों पर छापे मारे।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे। सिंह ने रविवार को सीडीएस जनरल अनिल चौहान के साथ बैठक की थी, जिसके बाद पीएम मोदी से चर्चा हुई।
पहलगाम आतंकी हमले पर भाजपा नेता दिलीप घोष ने कहा, “यह गौतम बुद्ध और महात्मा गांधी की भूमि है। हम किसी भी तरह की हिंसा या अशांति बर्दाश्त नहीं करेंगे। दुनिया हर देश में हिंसा के दुष्परिणाम देख रही है। इसीलिए हमने लगातार आतंकवाद के खिलाफ आवाज उठाई है और हम ऐसा करना जारी रखेंगे। हम आतंकवाद के खिलाफ लड़ने के लिए भारत द्वारा अपनाए गए रास्ते का पूरा समर्थन करते हैं और मोदी जी के नेतृत्व में यह लड़ाई प्रभावी ढंग से लड़ी जा रही है।”
पाकिस्तानी नागरिक वाघा-अटारी सीमा के जरिए भारत छोड़ रहे हैं। राजस्थान के जोधपुर से वाघा-अटारी सीमा पर अपने पिता को छोड़ने आए जिमाराम कहते हैं, “मैं अपने पिता को छोड़ने आया हूं, जो पिछले 2 सालों से मेरे साथ रह रहे हैं। पहलगाम में जो हुआ वह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण था।”
पहलगाम आतंकी हमले पर रक्षा विशेषज्ञ सजीव श्रीवास्तव ने कहा कि आज पूरी दुनिया भारत के साथ खड़ी है। यहां तक कि पाकिस्तान का सबसे अच्छा दोस्त होने का दावा करने वाले चीन ने भी पहलगाम आतंकी हमले की निंदा की है और कहा है कि दोषियों को सजा मिलनी चाहिए। इस्लामिक देश भी भारत के साथ खड़े हैं। तुर्की एक ऐसा देश है जिसने कोई बयान जारी नहीं किया है, लेकिन ऐसा इसलिए है क्योंकि रेसेप तैयप एर्दोआन खुद को दुनिया भर में इस्लामिक समुदाय के नेता के रूप में पेश करने की कोशिश कर रहे हैं। इस्लामिक देश आधुनिक दुनिया में भारत के महत्व को समझते हैं, यही वजह है कि वे हमारे साथ अच्छे संबंध रखना चाहते हैं। पाकिस्तान आज अलग-थलग पड़ गया है।
निशिकांत दुबे ने कहा कि पाकिस्तानी आतंकवाद का एक नया चेहरा अब सामने आया,लगभग 5 लाख से उपर पाकिस्तानी लड़की भारत में शादी कर हिंदुस्तान में रह रही है,आजतक उनको भारत की नागरिकता नहीं मिली है ।अंदर घुसे इन दुश्मनों से लड़ना कैसे?
कटरा में होटल और रेस्टोरेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश वजीर कहते हैं, “पहलगाम आतंकी हमले का पूरी बुकिंग पर खासा असर पड़ा है। लगातार बुकिंग रद्द हो रही हैं। हमारे आकलन के मुताबिक अब तक करीब 35 से 37 बुकिंग रद्द हुई हैं। मैं लोगों से अपील करता हूं कि खास तौर पर कटरा में हालात पहले कभी बिगड़े नहीं थे, न आज हैं। जिस जगह ये हुआ वो जगह भी बहुत दूर है। और अगर केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर की बात करें तो यहां पूरी स्थिति ठीक है। हम केंद्र सरकार द्वारा की गई कार्रवाई का स्वागत करते हैं।”
देहरादून पुलिस ने पहलगाम आतंकवादी हमले और स्थानीय प्रशासन द्वारा सरकारी दून अस्पताल के अंदर एक ‘मजार’ को ध्वस्त करने से संबंधित एक पोस्टर सोशल मीडिया पर साझा करने के आरोप में एक युवक को गिरफ्तार किया है।
पहलगाम आतंकी हमले पर अपनी टिप्पणी से विवाद खड़ा करने के कुछ दिनों बाद रॉबर्ट वाड्रा ने सोमवार को स्पष्ट किया कि उनकी टिप्पणी का गलत अर्थ निकाला गया। फेसबुक पोस्ट में उन्होंने कहा कि वह आतंकी हमले की “कड़ी निंदा” करते हैं और हमेशा भारत के साथ खड़े हैं।
72 साल की रजिया सुल्ताना का परिवार सदमे में है, क्योंकि बालासोर जिला प्रशासन ने उन्हें भारत छोड़कर पाकिस्तान लौटने का नोटिस जारी किया है। यह नोटिस केंद्र सरकार द्वारा पहलगाम आतंकी हमले के बाद लंबी अवधि के वीजा को खत्म करने के बाद जारी किया गया है।
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि पहलगाम आतंकी हमले से ज्यादा दुर्भाग्यपूर्ण कुछ नहीं हो सकता। सौभाग्य से भारत का नेतृत्व एक ऐसे व्यक्ति द्वारा किया जा रहा है, जिसे 140 करोड़ भारतीयों का समर्थन प्राप्त है और पूरी दुनिया उन्हें एक मजबूत प्रधानमंत्री के रूप में देखती है। जिस तरह से उन्होंने बिहार में कहा कि हम आतंकियों को जमीन पर लाकर खड़ा करेंगे, उससे पीएम मोदी की बौखलाहट साफ दिखाई देती है…लश्कर-ए-तैयबा बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के लगातार संपर्क में है। आतंकी घुसपैठ को रोकने के लिए भारत और बांग्लादेश दोनों की सीमाओं को सुरक्षित करने की जरूरत है। 1996 में तत्कालीन कांग्रेस सरकार द्वारा गंगा के पानी के लिए किया गया समझौता गलत था। बिहार के सीएम नीतीश कुमार लगातार यह कहते रहे हैं।
पहलगाम आतंकी हमले पर अभिनेता अतुल कुलकर्णी कहते हैं, “22 अप्रैल को हुई घटना ने पूरे देश को दुखी कर दिया है। मैंने पढ़ा कि यहां 90% बुकिंग रद्द हो गई हैं। आतंकवादी जो संदेश दे रहे हैं वो है कश्मीर में न आना। ऐसा नहीं होने वाला है। ये हमारा कश्मीर है, हमारा देश है और हम यहां आएंगे। आतंकवादियों की विचारधारा को यही जवाब देना चाहिए। मैं मुंबई में रहकर ये संदेश नहीं दे सकता था, इसलिए यहाँ आया। अगर मैं आ सकता हूँ, तो बाकी देश भी यहाँ आ सकता है। हमें यहां आना चाहिए और डरना नहीं चाहिए…”
सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए आयोजित कैंडल मार्च में हिस्सा लिया। उन्होंने कहा, “जब भी देश को हमारी जरूरत होगी, सिक्किम के लोग हमेशा वहां खड़े रहेंगे…यह कार्यक्रम यह संदेश देने के लिए है कि हम देश के साथ मजबूती से खड़े हैं।”
#WATCH | Gangtok | Chief Minister of Sikkim Prem Singh Tamang participated in the candle march held in solidarity with the Pahalgam terror attack victims.
— ANI (@ANI) April 27, 2025
He says, "Today we have organised this tribute ceremony…we the people of Sikkim are always standing there whenever the… pic.twitter.com/xLSJYpEJrz
भाजपा सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर आतंकवाद के खिलाफ अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है। हम सभी जानते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी में निर्णय लेने की क्षमता है और उन निर्णयों को क्रियान्वित करने की ताकत भी है।
सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि बहुत दुख की बात है कि कांग्रेस के कुछ नेता ठीक वही भाषा बोल रहे हैं जो पाकिस्तान बोल रहा है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया द्वारा यह कहना कि युद्ध कोई विकल्प नहीं है यह वही भाषा है जो पाकिस्तान के गृह मंत्री, पाकिस्तान के रक्षा मंत्री और पाकिस्तान के विदेश मंत्री बोल रहे हैं।
कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा कि यह कोई सामान्य घटना नहीं है… इस वाक्यात का मुंह तोड़ जवाब देना होगा… जिस तरह इस घटना को अंजाम दिया गया है, उससे आतंकियों के मंसूबे बिल्कुल स्पष्ट हैं। इस मसले पर हम सभी ने बहुत स्पष्ट कहा है कि भारत सरकार को अपनी पूरी ताकत के साथ इसका जवाब देना है
केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि देश के दुश्मनों से हिसाब करने के लिए देश की सेनाएं तैयार है। पहलगाम में जो हुआ उससे पूरा देश दुखी और गुस्से में है और पूरा देश बदला चाहता है
‘भारत छोड़ो’ नोटिस की डेडलाइन खत्म हो गई है, आंकड़े बताते हैं कि अब तक 272 पाक नागरिकों को वापस भेज दिया गया है, माना जा रहा है कि 100 के करीब और जाने वाले हैं।
