जम्मू और कश्मीर में भारतीय सुरक्षाबलों के जवान आए-दिन आतंकियों और उनके नापाक इरादों को ढेर कर रहे हैं। वे सरहद पर अपनी जान की कुर्बानी देने में जरा भी नहीं हिचकते। मगर जम्मू-कश्मीर के स्थानीय लोग ही आतंकियों को शह दे रहे हैं। गुरुवार (29 नवंबर) को कुछ टीवी रिपोर्ट्स में घाटी का एक वीडियो दिखाया गया, जिसमें कश्मीरी पत्थरबाज आतंकियों को सुरक्षाबलों से बचाने के लिए भगाते हुए दिख रहे थे।
टाइम्स नाऊ के मुताबिक, सुरक्षा बलों को कुठपोरा इलाके में तीन आतंकियों के छिपे होने की गुप्त सूचना मिली थी। जवानों ने उसके बाद खास ऑपरेशन चलाया था। इसमें नवीद समेत दो आतंकी मारे गए, जबकि तीसरा आतंकी कश्मीरी पत्थरबाजों की मदद से फरार हो गया। रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि नवीद, पत्रकार शुजात बुखारी हत्याकांड में शामिल था। देखें, घटना से जुड़ा वीडियो–
नवीद, दर्जनों हत्याओं में शामिल था। उसे मारने के लिए बडगाम में कई जगहों पर संघर्ष भी हुए। पथराव में सीआरपीएफ का एक जवान जख्मी हुआ, जबकि सेना के दो जवान घायल हुए थे।
रक्षा विशेषज्ञों के मुताबिक, “कश्मीर के कुछ हिस्सों में स्थानीय लोग जमकर आतंकियों का समर्थन करते हैं। यही कारण है कि अधिकतर सेना के ऑपरेशन रात के समय अंजाम दिए जाते हैं। दूसरी बात, महबूबा मुफ्ती, फारूख अबदुल्ला और उमर अबदुल्ला और उन्हीं के जैसे कुछ लोग इन पत्थरबाजों को बढ़ावा देते हैं।”
उधर, जम्मू-कश्मीर में गुरुवार को पुलवामा में सुरक्षाबलों व आतंकियों के बीच हुई मुठभेड़ में दो आतंकियों को मार गिराया। इनकी पहचान अदनान अहमद लोन और आदिल बिलाल भट्ट के रूप में हुई है। एएनआई के अनुसार, ये दोनों कुख्यात आतंकी संगठन हिज्बुल मुजाहिद्दीन से जुड़े थे। सुरक्षाबलों को उनके शवों के पास से हथियार और गोली-बारूद बरामद हुए।