जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्य पाल मलिक ने कश्मीर में आतंकवादियों को एक बार फिर चेतावनी दी है। राज्यपाल ने एक कार्यक्रम में कश्मीर में पाक समर्थित आतंकवादियों द्वारा स्थानीय सेब किसानों को डराने-धमकाने की घटनाओं का जिक्र किया।
राज्यपाल ने कहा कि कश्मीर के किसान का सेब 3 रुपये किलो बिकता था वो लगभग 15 रुपये किलो में सरकार खरीदेगी। ऐसा मैंने अपने जीवन में कभी सुना नहीं है। उनका सेब पड़ा रहता था, सड़ा रहता था, उसके घर पर जाकर खरीदेंगे। किसान को ट्रांसपोर्ट का इंतजाम नहीं करना। जो पाकिस्तान के खरीदे हुए लड़के हैं वह किसानों को धमकाते घूम रहे हैं कि बेचोगे तो मार देंगे। राज्यपाल ने कहा, ‘मैंने कल उनको कहा सुधर जाओ सुधर जाओ, सेब वाला तो मरे ना मरे तुम्हारी गारंटी है तुम बहुत जल्दी मार दिए जाओगे।’
राज्यपाल के इस बयान से फिर साफ हो गया है कि पाकिस्तान की तरफ से घाटी में लोगों को डराया धमकाया जा रहा है। पाकिस्तान की तरफ से लगातार घाटी को अस्थिर करने का प्रयास किया जाता रहा है। मालूम हो कि कश्मीर में लोगों की रोजी रोजी मुख्य रूप से पर्यटन और सेब के व्यापार से चलती है। ऐसे में यह लोग सेब के व्यापार को निशाना बना रहे हैं। इनकी तरफ से सेब किसानों को डराने-धमकाने का मामला काफी गंभीर है।
घाटी में आतंकवादियों की तरफ से लगातार लोगों के भीतर डर पैदा करने की कोशिश की जा रही है। कुछ दिनों पहले ही आतंकियों ने सोपोर में एक परिवार को निशाना बनाया था। आतंकियों ने 42 साल की महिला के साथ ही ढाई साल की बच्ची को भी नहीं बख्शा था। ऐसे में राज्यपाल की तरफ से दिया गया बयान इन चरमपंथी और उग्रवादी तत्वों के लिए चेतावनी है। आतंकियों की तरफ से एक तरफ तो लोगों को निशाना बनाया जा रहा है।
दूसरी तरफ पाकिस्तान समर्थित ये लोग खुद को कश्मीरियों का हिमायती बताते हैं। पाकिस्तान भी लगातार खुद को कश्मीर के लोगों के साथ खड़ा बताता है। लेकिन जिस तरह से वह घाटी में आतंकवाद को बढ़ावा देता है उससे उसके दोहरे रवैये की पोल सबके सामने कई बार खुल चुकी है। इन सब के बीच अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से सरकार की तरफ से जम्मू-कश्मीर विशेषकर घाटी में लोगों से संपर्क बहाल करने का प्रयास किया जा रहा है।