जम्मू-कश्मीर सरकार में मंत्री शामलाल चौधरी के काफिले पर शनिवार (5 मई) को जम्मू-पठानकोट राजमार्ग पर कुछ लोगों ने कथित तौर पर पत्थरों से हमला किया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कठुआ गैंगरेप मामले में सीबीआई जांच की मांग को लेकर लोगों ने मंत्री के काफिले पर हमला किया। शाम लाल चौधरी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता है। स्थानीय मीडिया के अनुसार प्रदर्शनकारियों ने मंत्री के काफिले को रोकने के लिए रास्ता जाम करने की कोशिश की, लेकिन काफिला जब नहीं रुका तो उन्होंने पत्थरों से हमला किया। बता दें कि कठुआ में आठ साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म और हत्या की घटना के आरोपियों के परिवारवाले लगातार सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं। शुक्रवार (4 मई) को इस मामले के तथ्य जुटाने वाली टीम ने भी इसकी जांच सीबीआई से कराने की मांग करते हुए अपनी रिपोर्ट गृहमंत्री राजनाथ सिंह को सौंपी। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) में मंत्री जितेंद्र सिंह ने टीम को भरोसा दिया कि रिपोर्ट अदालत में पेश की जाएगी। तथ्य जुटाने वाली पांच सदस्यीय टीम में बुद्धिजीवी और अकादमिक क्षेत्र के लोगों को शामिल किया गया है, जिसमें रिटायर्ड जज, वकील, पत्रकार, प्रोफेसर और शिक्षाविद शामिल हैं।

कठुआ की इस वारदात को लेकर देश में देखी गई लोगों की भारी नाराजगी के बाद महबूबा मुफ्ती की अगुवाई वाली बीजेपी और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की गठबंधन सरकार में बीजेपी के 2 मंत्रियों की छुट्टी की जा चुकी है। जितेंद्र सिंह ने मीडिया से कहा- तथ्यान्वेषी टीम ने कुछ टिप्पणी की है। दरअसल, मामला विचाराधीन है, इसलिए इस पर सार्वजनिक रूप ज्यादा बोलना ठीक नहीं होगा।”

जितेंद्र सिंह ने आगे कहा, “बस इतना कहूंगा कि बर्बर अपराध के लिए किसी को माफ नहीं किया जा सकता है। जितना संभव हो सख्त से सख्त सजा होनी चाहिए। साथ ही, यह देखना भी हम सबकी जिम्मेदारी है कि अगर कोई निर्दोष है तो उसे नुकसान नहीं होना चाहिए। मुझे पक्का विश्वास है कि अदालत इसका पूरा-पूरा ध्यान रखेगी और टीम की रिपोर्ट संबद्ध अदालत को भेज दी जाएगी।” टीम की सदस्य और सर्वोच्च न्यायालय की अधिवक्ता मोनिका अरोड़ा ने कहा- “टीम ने 23 और 24 अप्रैल को कठुआ का दौरा किया और पाया कि जम्मू एवं कश्मीर पुलिस की जांच में कई त्रुटियां हैं।”