जामिया में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में रविवार शाम हुई हिंसा की कई तस्वीरें सामने आयीं। इन तस्वीरों में जिस तस्वीर की सोशल मीडिया पर सबसे ज्यादा चर्चा रही, वो तस्वीर थी आयशा रीना और लदीदा फरजाना की। जामिया की ये दोनों छात्राएं अपने साथी छात्र को बचाने के लिए पुलिसकर्मियों से भिड़ गई। जामिया यूनिवर्सिटी के छात्रों के विरोध प्रदर्शन के दौरान भड़की हिंसा की एक वीडियो सामने आयी थी।

इस वीडियो में दिखाई दे रहा है कि पुलिसकर्मी एक घर से एक लड़के को खींचकर उस पर लाठियां बरसा रहे हैं। इस पर युवक की महिला साथी उसे बचाने के लिए पुलिसकर्मियों से भिड़ गई। आयशा रेन्ना ने द इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में बताया कि ‘शाम में करीब 5.30 बजे हमने सामने से लोगों को भागकर आते देखा और पुलिसकर्मी उन पर लाठियां बरसा रहे थे।’

रेन्ना ने बताया कि ‘इस पर हम लोग एक घर में घुस गए, लेकिन घर के गेट पर गाड़ी खड़ी होने के चलते गेट बंद नहीं हो पाया। इस पर पुलिसकर्मियों ने हमें बाहर आने को कहा, जब हमने बाहर आने से मना कर दिया तो उन्होंने हमारे साथी को बाहर खींचकर उस पर लाठियां बजाना शुरू कर दिया।’ लड़कियों द्वारा साथी छात्र को बचाने के लिए पुलिसकर्मियों से भिड़ जाने की घटना की लोग सोशल मीडिया पर खूब तारीफ कर रहे हैं।

बता दें कि आयशा जामिया में इतिहास और लदीदा अरबी भाषा में स्नातक की छात्रा हैं। नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में रविवार शाम जामिया के छात्रों ने शांतिपूर्ण मार्च का आयोजन किया था, लेकिन बाद में यह उग्र हो गया। इस पर पुलिस ने उग्र भीड़ को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़े। इस दौरान गुस्साई भीड़ ने कई बसों समेत वाहनों में आग लगा दी। इसके बाद पुलिस ने जामिया यूनिवर्सिटी के कैंपस में घुसकर कथित तौर पर छात्रों के साथ मारपीट की।