बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव भले ही जेल में बंद हों, लेकिन उनका ट्विटर हैंडल लगातार सक्रिय है। उनके अकाउंट से लगातार ट्वीट किए जा रहे हैं। लालू यादव के अकाउंट से किए गए ट्वीट में लिखा गया है, ‘लालू चोर होता तो जेल नहीं बीजेपी में होता।’ इस पर दर्जनों लोगों ने प्रतिक्रियाएं दी हैं। मालूम हो कि लालू के पिछले साल दिसंबर में जेल जाने के बाद उनका अकाउंट दूसरे लोगों द्वारा चलाने की बात सामने आई थी। चारा घोटाले से जुड़े एक मामले में लालू यादव को साढ़े तीन साल जेल की सजा सुनाई गई है। ऐसे में जमानत के लिए उन्हें हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाना पड़ेगा। उनके वकील ने फैसले को ऊपरी अदालत में चुनौती देने की बात कह चुके हैं। हालांकि, कानूनी विशेषज्ञों का कहना है कि याचिका दाखिल करने में कम से कम सात से आठ दिनों का वक्त लग जाएगा।
लालू यादव के हैंडल से किए गए ट्वीट पर लोगों ने दिलचस्प प्रतिक्रियाएं दी हैं। ऐसे ही एक व्यक्ति ने ट्वीट किया, ‘पहले इसकी जांच हो कि चोर को जेल में टि्वटर कैसे चलाने दिया जा रहा है।’ राजू श्रीवास्तव ने लिखा, ‘चाचा माली का काम मिला है तो ठीक से करो और सुधर जाओ। पता चला कि किसी पौधे ने अपने बीज गायब होने की रिपोर्ट लिखवा दिया तो 10-15 साल की और लग जाएगी।’ शिव ने ट्वीट किया, ‘…और कुछ दिन बाद पता चलेगा पूरा बागीचा ही गायब कर दिया।’ वहीं, कीर्ति ने लिखा, ‘बापू काहे गोबर कर रहे हो, ऊपर वाले को भी जवाब देना है।’ महेंद्र चौहान ने ट्वीट किया, ‘इनकाेे तो माननीय न्यायालय ने जेल में बिठाया है।’
लालू चोर होता तो जेल नहीं बीजेपी में होता
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) January 8, 2018
चोर सही जगह है . उसकी जगहजेल में ही होती है
— Cool & Funny (@CoolFunnyTweet) January 8, 2018
Chacha jail me kaam karo paise kamao ab
Ab chori kia he toh chup raho !!!— Rakesh Bhandari (@raka_2301) January 8, 2018
मालूम हो कि रांची की एक सीबीआई अदालत ने 950 करोड़ रुपये के चारा घोटाला में देवघर कोषागार से 89 लाख, 27 हजार रुपये की अवैध निकासी के मामले में शनिवार (6 जनवरी) को बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री एवं राजद प्रमुख लालू यादव को साढ़े तीन वर्ष की कैद एवं पांच लाख जुर्माने की सजा सुनाई थी। अदालत ने लालू के दो पूर्व सहयोगियों लोक लेखा समिति के तत्कालीन अध्यक्ष जगदीश शर्मा को सात वर्ष की कैद एवं बीस लाख रुपये के जुर्माने एवं बिहार के पूर्व मंत्री आरके. राणा को साढ़े तीन वर्ष की कैद एवं दस लाख रुपये जुर्माने की सजा सुनाई थी। फैसला आने के बाद लालू के बेटे और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कड़ी प्रतिक्रिया जताई थी।