Lok Sabha Chunav 2024: इलेक्शन कमीशन ने वारिस पंजाब दे के चीफ और खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह का नामांकन मंजूर कर लिया है। वह अब पंजाब की अमृतसर लोकसभा सीट से लोकसभा चुनाव मैदान में हैं। सिंह निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहा है। वह इस समय असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद है। पंजाब में सातवें यानी आखिरी फेज में 1 जून को वोटिंग होगी।

अमृतपाल सिंह का नामांकन पत्र उसके चाचा ने 10 मई को दाखिल किया था। सिंह ने अपने चुनावी हफनामें में बताया कि उसके पास केवल 1000 रुपये की संपत्ति है। इतना ही नहीं, उसके पास कोई भी चल या अचल संपत्ति नहीं है।

अमृतपाल सिंह के खिलाफ 12 आपराधिक मामले

अमृतपाल सिंह की पत्नी किरणदीप के पास कुल 18.37 लाख रुपये की चल संपत्ति है। इसमें 20,000 रुपये नकद, 14 लाख रुपये के गहने और 4,17,440 रुपये के बराबर 4,000 जीबीपी (पाउंड) शामिल हैं। हलफनामें में सिंह को माता-पिता पर निर्भर बताया गया है। जबकि उसकी पत्नी ब्रिटिश नागिरक है। अमृतपाल सिंह ने घोषणा की है कि उनके खिलाफ 12 आपराधिक मामले पेंडिग हैं। हालांकि, अभी तक किसी भी केस में दोषी नहीं ठहराया गया है। वह अपने 9 साथियों के साथ 23 अप्रैल 2023 से डिब्रूगढ़ जेल में बंद हैं।

खडूर लोकसभा सीट

पंजाब की 13 लोकसभा सीटों में से एक सीट खदूर साहिब की है। यह एक सामान्य सीट है। फरीदकोट, फतेहगढ़ साहिब, होशियारपुर और जालंधर सीटों के रिजर्व होने से यहां केवल अनुसूचित जाति के लोग ही खड़े हो सकते हैं लेकिन खडूर साहिब की लोकसभा सीट रिजर्व नहीं है। इसमें 9 विधानसभा सीटे आती हैं।

2009, 2014 और 2019 में इन सीटों पर जो आम चुनाव हुए, उसमें कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल ने बाजी मारी। 2009 और 2014 में तो लगातार ये सीट शिरोमणि अकाली दल के खाते में ही जाती रही। शिरोमणि अकाली दल के रत्तन सिंह अजनाला 2009 में इस सीट से चुने गए जबकि पांच साल बाद 2014 में हुए लोकसभा इलेक्शन में ये सीट शिरोमणि अकाली दल के ही रंजीत सिंह ब्रह्मपुरा के खाते में चली गई। इनका कार्यकाल पूरा होने के बाद कांग्रेस के जसबीर सिंह गिल 2019 में लोकसभा के सांसद चुने गए।