जहांगीरपुरी हिंसा के मामले में नरेंद्र मोदी की सरकार ने कड़ा कदम उठाया है। हिंसा फैलाने के पांच आरोपियों पर नेशनल सिक्योरिटी एक्ट (NSA) लगाया गया है। एक रिपोर्ट के मुताबिक जिन 5 आरोपियों पर एनएसए लगाया गया, उनमें अंसार, सलीम, सोनू, दिलशाद और अहीद शामिल हैं। उधर, दिल्ली पुलिस ने हिंसा वाली जगह की घेराबंदी करके राजधानी के सभी संवेदनशील इलाकों में चौकसी बढ़ा दी है। दोनों समुदायों के लोगों से अपील की गई है कि शांति के लिए काम करते रहें।

पुलिस का कहना है कि जहांगीरपुरी हिंसा को लेकर उस शख्स गुलाम नसूल उर्फ गुल्ली को भी गिरफ्तार कर लिया गया है जिसने एक आरोपी तक पिस्तौल पहुंचाई थी। दिल्ली पुलिस को जो सीसीटीवी फुटेज मिला है, उसमें देखा जा रहा है कि कुछ लोग हमले के लिए लाठियां इकट्ठी कर रहे थे। पुलिस का कहना है कि शोभायात्रा के दौरान दंगे की साजिश पहले से तैयार की गई थी।

जहांगीरपुरी इलाके में शनिवार को हनुमान जयंती शोभायात्रा के दौरान दो समुदायों के बीच संघर्ष हो गया था जिसमें आठ पुलिस कर्मी और एक स्थानीय शख्स जख्मी हो गया था। पुलिस के मुताबिक, संघर्ष के दौरान पथराव और आगज़नी की घटनाएं हुई थी और गाड़ियों को भी जला दिया गया था। पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना का कहना है कि जहांगीरपुरी समेत संवेदनशील इलाकों में स्थिति सामान्य होने तक पुलिस कर्मियों की तैनाती बनी रहेगी। हनुमान जयंती के मौके पर निकाली गई शोभायात्रा के दौरान हुई झड़पों के सिलसिले में दिल्ली पुलिस अब तक 20 से अधिक लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।

पुलिस ने उस मस्जिद के सामने वाली सड़क को बंद कर दिया है जहां जुलूस पर कथित रूप से पथराव हुआ था। पूरे इलाके की घेराबंदी कर बैरिकेड लगा दिए गए हैं। इलाके में 500 से ज्यादा पुलिस कर्मियों और अतिरिक्त बलों की छह कंपनियों को तैनात रखा गया है। इसके साथ आंसू गैस से लैस और पानी की बौछार करने वाले कुल 80 दलों को भी यहां तैनात किया गया है। निगरानी के लिए ड्रोन का भी इस्तेमाल किया जा रहा है।

उधर, राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष इकबाल सिंह लालुपरा के नेतृत्व में आयोग के एक दल ने दिल्ली के हिंसा प्रभावित इलाके जहांगीरपुरी का दौरा किया। आयोग ने प्रशासन से दोषियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने का निर्देश दिया। टीम में आयोग की सदस्य रिनचेन लामो और डीजे गुंदे भी शामिल थे। आयोग ने कहा कि प्रशासन का कहना है कि हनुमान जयंती पर शोभा यात्रा के लिए अनुमति नहीं ली गई थी।