पश्चिम बंगाल में कांग्रेस के साथ गठबंधन से नाराज जगमती सांगवान ने माकपा की केंद्रीय कमिटी से इस्‍तीफा दे दिया। बाद में उन्‍हें निष्‍कासित भी कर दिया गया। उन्‍होंने अपनी रिपोर्ट में इस गठबंधन पर लिखा था कि इसके कारण पार्टी लाइन का उल्‍लघंन हुआ। उन्‍होंने बताया कि पार्टी ने उन्‍हें रिपोर्ट से उल्‍लंघन शब्‍द हटाने का दबाव डाला। बंगाल के कई नेताओं ने इस्‍तीफा देने की धमकी दी थी। उन्‍होंने कहा कि किसी भी कम्‍युनिस्‍ट पार्टी की लाइफलाइन उसकी राजनीतिक रणनीतिक लाइन होती है। सीपीएम ने 2015 में अपनी राजनीतिक रणनीतिक लाइन में सुधार किया था। इसमें कांग्रेस के साथ गठबंधन की मनाही की बात कही गई थी।

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सांगवान ने कहा, ”मुझे लगा कि यह हमारी पार्टी की राजनीतिक रणनी‍तिक लाइन का उल्‍लघंन है। वे इसे स्‍वीकारने को तैयार नहीं थे। मैं संविधान और कार्यक्रम के अनुसार कार्रवाई चाहती थी।” उन्‍होंने कहा कि पोलित ब्‍यूरो की रिपोर्ट अलग थी। यह रिपोर्ट सेंट्रल कमिटी की बैठक से पहले दी गई। तीन दिन की बैठक के दौरान पोलित ब्‍यूरो की रिपोर्ट पर ही चर्चा हुई। सांगवान ने कहा, ”यह मीटिंग 18 जून को शुरू हुई। 18 को ही पोलित ब्‍यूरो ने नोट पेश किया। इसमें लिखा था कि बंगाल कमिटी ने राजनीतिक रणनीतिक लाइन का उल्‍लंघन किया। अधिकांश सदस्‍यों ने कहा कि यह उल्‍लंघन है। लेकिन आज जब विचार-विमर्श के बाद उन्‍होंने कहा कि हम उल्‍लंघन शब्‍द को निकाल रहे हैं। क्‍योंकि बंगाल सचिव सूरज्‍य कांत मिश्रा और बिमान बोस जैसे वरिष्‍ठ नेता ने कहा है कि हम इस्‍तीफा दे देंगे यदि आप इस शब्‍द को रखेंगे। महासचिव(सीताराम येचुरी) भी इसके खिलाफ थे। मैंने कहा नहीं, यह स्‍वीकार्य नहीं है। मैंने कहा मैं सेंट्रल कमिटी से इस्‍तीफा देती हूं और मैं बाहर आ गई।”

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सांगवान कॉलेज के दिनों से राजनीति में हैं। बाद में जब वह भारतीय वॉलीबॉल टीम की सदस्‍य के रूप में विदेश गईं तो उनका नजरिया बदला। उन्‍होंने कहा, ”जब मैं खेल रही थी तो मैं विदेश गई थी। वहां मुझे महिलाओं की परेशानियों और जिंदगी का अलग नजरिया मिला। हरियाणा पितृसतात्‍मक समाज है और वहां महिलाओं को दबा के रखा जाता है।” सांगवान सोनीपत जिले के बुटाना गांव की रहने वाली हैं। उन्‍होंने 1985 में ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक वीमन्स एसोसिएशन का गठन किया। इसके जरिए खाप पंचायत के खिलाफ उन्‍होंने लड़ाई छेड़ी। यह संगठन सीपीएम से जुड़ा हुआ है। सांगवान एशियन वॉलीबॉल चैंपियनशिप में कांस्‍य जीतने वाली भारतीय टीम की सदस्‍य भी थीं।