Jagannath Temple Ratna Bhandar: भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) ओडिशा के पुरी के प्रसिद्ध 12वीं शताब्दी के जगन्नाथ मंदिर के आंतरिक रत्न भंडार का लेजर स्कैन कर सकता है, क्योंकि वहां एक गुप्त सुरंग और बहुमूल्य आभूषणों से भरे कक्ष (secret tunnel and chamber) के होने की अटकलें लगाई जा रही हैं।

मंदिर की प्रबंध समिति के अध्यक्ष एवं पुरी के पूर्व राजघराने के दिव्यसिंह देब ने कहा, “एएसआई एक अत्यंत परिष्कृत उपकरण का उपयोग कर लेजर स्कैनिंग करेगा, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि आंतरिक रत्न भंडार में कोई गुप्त सुरंग (Secret Tunnel) है या नहीं।”

मंदिर प्रशासन गहन जांच के बाद रत्न भंडार के बाहरी और भीतरी दोनों कक्षों को मरम्मत के लिए एएसआई को सौंप देगा।

गुरुवार को जब कीमती सामान को अस्थायी भंडारगृह में ले जाने के लिए खजाने का आंतरिक कक्ष खोला गया तो देब आंतरिक कक्ष का निरीक्षण करने के लिए इस कार्य की देखरेख कर रही 11 सदस्यीय समिति के साथ गए।

चार दशकों में यह पहली बार है कि आंतरिक कक्ष को खोला गया है। तथा ऐसा चार दिन बाद हुआ है जब आभूषणों और अन्य मूल्यवान वस्तुओं को बाहरी कक्ष से सुरक्षित कक्ष में ले जाया गया था। यद्यपि आंतरिक कक्ष के अंदर किसी गुप्त सुरंग का कोई दस्तावेजी सबूत नहीं है, फिर भी सेवादारों का एक वर्ग दावा करता है कि यह मौजूद है।

गुरुवार को मीडिया से बात करते हुए पर्यवेक्षी पैनल के अध्यक्ष न्यायमूर्ति बिस्वनाथ रथ (Justice Biswanath Rath chairman of the supervisory panel) ने दावा किया कि उन्हें ऐसी किसी सुरंग का कोई सबूत नहीं मिला। उन्होंने पत्रकारों को यह भी बताया कि आभूषणों को ले जाने में 7.5 घंटे लगे।

रथ ने मीडिया से कहा, “हमने कभी भी ऐसे सिद्धांतों पर विश्वास नहीं किया, क्योंकि यह किसी भी दस्तावेजी साक्ष्य पर आधारित नहीं है। हमने सभी आभूषण और कीमती सामान हटा दिए हैं और आंतरिक कक्ष की दीवारों का भी निरीक्षण किया है और हमें गुप्त सुरंग के अस्तित्व की कोई संभावना नहीं मिली है।” हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि पैनल “राज्य सरकार के निर्देशानुसार कार्य करेगा।”

वहीं मंदिर से सभी आभूषण और कीमती सामान कक्षों से बाहर निकाल दिए गए हैं, अब ध्यान उनकी मरम्मत पर है। मंदिर परिसर में अस्थायी स्ट्रांगरूम में रखे आभूषणों को एएसआई द्वारा यह काम पूरा करने के बाद रत्न भंडार में वापस ले जाया जाएगा, जिसके बाद लिस्ट बनाने की प्रक्रिया शुरू होगी।

(सुजीत बिसोयी की रिपोर्ट)