आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगनमोहन की पार्टी वाईएसआर कांग्रेस ने इलेक्शन मैनेजमेंट के लिए चुनाणी रणीतिकार प्रशांत किशोर की कंपनी को 37.5 करोड़ रुपए के पेमेंट की थी। आंध्र प्रदेश में इस साल हुए विधानसभा चुनाव के दौरान महज 20 दिनों की सेवा के लिए किशोर की कंपनी इंडियन पॉलिटिकल एक्शन कमेटी (IPAC) को यह पेमेंट की गई। वाईएसआर कांग्रेस द्वारा चुनाव आयोग को दी गई जानकारी से इसका खुलासा हुआ है।
इंडियन पॉलिटिकल एक्शन कमेटी की संस्थापक प्रशांत किशोर ने की है और जगन मोहन की पार्टी के लिए प्रचार और रणनीति पर काम करने के बाद वह जीत हासिल करने में भी कामयाब हुए। वाईएसआर कांग्रेस ने IPAC को कुल 37,57,68,966 रुपए की रकम मैनेजमेंट कंसलटेंसी सर्विसेज के लिए चुकाई।
वाईएसआर कांग्रेस ने चुनाव से जुड़े खर्चे की जो रिपोर्ट पेश की है उसमें बताया गया है कि आम चुनाव की तारीखों के एलान से पहले पार्टी के पास कुल 74 लाख रुपए थे। चुनाव के दिन की घोषणा की तारीख से वाईएसआरसी को चंदे के रूप में लगभग 221 करोड़ रुपए मिले। वाईएसआर ने बताया ‘कुल रकम में से 85 करोड़ रुपए चुनाव में खर्च हुए इसमें 9.7 करोड़ रुपए स्टार कैंपेनर्स के प्रचार के लिए खर्च किए गए। चुनाव निपटने के बाद पार्टी के खाते में कुल 138 करोड़ रुपे बचे थे।
वहीं आंध्र प्रदेश में मुख्य विपक्षी पार्टी तेलगू देशम पार्टी (टीडीपी) ने कहा कि आम चुनाव की तारीख के एलान से पहले उनके खाते में कुल 102 करोड़ रुपए थे। चुनाव की घोषणा होने के बाद उनको चंदे के रूप में 131 करोड़ रुपए मिले। पार्टी ने बताया कि इनमें से 9 करोड़ रुपए चौपर्स और एन चंद्रबाबू नायडू के टूर पर खर्च किए गए। टीडीपी ने कहा कि उनका चुनावी खर्च लगभग 77 करोड़ रुपए का रहा, जिसमें 49 करोड़ रुपए मीडिया और प्रचार में खर्च किया गया। पार्टी के पास अब 155 करोड़ रुपए का फंड बचा है।