Tirupati Laddu Controversy: तिरुपति लड्डू विवाद पर पूरे देश में बवाल मचा हुआ है। आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू ने दावा किया कि लड्डू के प्रसाद में पशु की चर्बी मिलाई गई है। इस मामले को लेकर सीएम नायडू और वाईएसआरपी चीफ जगन मोहन रेड्डी के बीच में तकरार जारी है। जगन रेड्डी ने पीएम मोदी को पत्र लिखा है और कहा कि आंध्र प्रदेश के सीएम एन चंद्रबाबू नायडू तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम की प्रतिष्ठा को धूमिल कर रहे हैं।
जगन मोहन रेड्डी ने पीएम मोदी को लिखे पत्र में कहा कि चंद्रबाबू नायडू एक आदतन झूठ बोलने वाले शख्स हैं। वह राजनीतिक उद्देश्यों के लिए करोड़ों लोगों की आस्था को ठेस पहुंचाने के लिए इतने नीचे गिर गए हैं। यह जरूरी है कि झूठ फैलाने के उनके बेशर्म कृत्य के लिए नायडू को कड़ी से कड़ी फटकार लगाई जाए और सच्चाई को सामने लाया जाए। इससे नायडू द्वारा करोड़ों हिंदू भक्तों के मन में पैदा किए गए शक दूर होंगे और टीटीडी की पवित्रता में विश्वास बहाल होगा।
विवाद क्या है?
इससे पहले टीडीपी सुप्रीमो एन चंद्रबाबू नायडू ने आरोप लगाया था कि पिछली वाईएसआरसीपी सरकार ने प्रसादम तिरुपति लड्डू बनाने में घटिया सामग्री और पशु चर्बी का इस्तेमाल किया था। सत्तारूढ़ टीडीपी ने दावा किया कि गुजरात में मौजूद लैब ने मिलावट की पुष्टि की है। टीडीपी प्रवक्ता अनम वेंकट रमना रेड्डी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कथित लैब रिपोर्ट दिखाई। इसमें दिए गए घी के नमूने में पशु चर्बी की पुष्टि हुई है।
केंद्रीय मंत्री ने मामले की जांच की मांग की
केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी और गिरिराज सिंह ने मामले की जांच की मांग की है। वहीं केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने चंद्रबाबू नायडू से रिपोर्ट मांगी है। दूसरी तरफ अमूल ने सोशल मीडिया पर चल रही अफवाहों को खारिज किया है। इसमें आरोप लगाया गया था कि तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम को अमूल ने घी मुहैया कराया है। एक बयान जारी कर अमूल ने साफ किया कि अमूल ने कभी भी टीटीडी को घी की आपूर्ति नहीं की है। विवाद के चलते मंत्री आर रामलिंगा रेड्डी ने कर्नाटक के सभी मंदिरों को प्रसाद और भक्तों को दिए जाने वाले खाने की तैयारी के लिए केवल नंदिनी घी का इस्तेमाल करने का आदेश दिया है।
