पनामा पेपर्स में नाम सामने आने के बाद बॉलीवुड सुपर स्‍टार अमिताभ बच्‍चन ने मीडिया से कहा था कि इस मामले में वह अपना पक्ष सरकार के समक्ष रख चुके हैं, लेकिन ऐसा लग रहा है कि सरकार उनके जवाब से संतुष्‍ट नहीं है। खबर है कि इनकम टैक्‍स डिपार्टमेंट ने अमिताभ बच्‍चन से एक बार फिर को सवाल पूछे हैं। अमिताभ को जवाब देने के लिए सात दिन का वक्त दिया गया है।

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पनामा पेपर्स में अमिताभ और उनकी बहू ऐश्वर्या राय बच्चन का नाम सामने आया है। इंडियन एक्‍सप्रेस के खुलासे में सामने आए दस्‍तावेजों में पाया गया कि टैक्‍स हैवन देशों में बनाई गई कंपनियों में एश्‍वर्या राय और अमिताभ बच्‍चन डायरेक्‍टर के तौर पर जुड़े थे।  हालांकि, अमिताभ आरोपों से पहले ही इनकार कर चुके हैं। उनका दावा है कि वह कभी इस प्रकार की कंपनियों में डायरेक्‍टर नहीं रहे, उनके नाम का गलत इस्‍तेमाल किया गया है। सूत्रों का कहना है कि इस मामले में अमिताभ से इनकम टैक्‍स डिपार्टमेंट ने पहले भी सवाल पूछे थे, जिनके जवाब उन्‍होंने भेज दिए थे।

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पनामा की लॉ फर्म मोसेक फोंसेका के लीक हुए दस्‍तावेज की जांच करने के बाद द इंडियन एक्‍सप्रेस अखबार ने चार अप्रैल को खबर दी कि एक्‍टर अमिताभ बच्‍चन 1993 से 1997 के बीच टैक्‍स हैवेन समझे जाने वाले देशों में चार कंपनियों के डायरेक्‍टर थे। रिकॉर्ड्स से पता चलता है कि बच्‍चन बतौर डायरेक्‍टर इन कंपनियों में से दो की बोर्ड मीटिंग्‍स में टेलिफोन के जरिए कॉन्‍फ्रेंस में शामिल हुए थे।

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विवाद पर अमिताभ बच्‍चन की सफाई: इंडियन एक्‍सप्रेस ने कुछ दिनों पहले ई-मेल भेजकर अमिताभ बच्‍चन से टेलिफोन के जरिए कॉन्‍फ्रेंस में शामिल होने के बारे में पूछा था, साथ ही यह भी जानना चाहा था कि उन्‍होंने अपने नाम के दुरुपयोग का जो आरोप लगाया है, उस मामले में वह आगे क्‍या कदम उठा रहे हैं? जवाब में अमिताभ बच्‍चन ने कहा था, ‘पनामा खुलासों पर मैं यह कहना चाहूंगा कि मीडिया की ओर से मेरे पास लगातार सवाल भेजे जा रहे हैं। मेरा उनसे विनम्र आग्रह है कि वे ये सवाल भारत सरकार के पास भेजें। मैंने कानून का पालन करने वाले नागरिक के नाते उनके पास पहले ही अपना पक्ष रख दिया है और आगे भी जवाब देता रहूंगा। मैं अपने पूर्व में दिए गए उस बयान पर कायम हूं कि मेरे नाम का दुरुपयोग किया गया। मीडिया रिपोर्ट में अब तक ऐसा कुछ भी नहीं आया है, जिससे मेरे द्वारा कोई गैरकानूनी कार्य किए जाने का जिक्र हो।’

मोसाक फोंसेका के रिकॉर्ड से पता चलता है कि सर्विस प्रोवाइडी सिटी मैनेजमेंट लिमिटेड (इन दिनों इसका नाम मिनर्वा ट्रस्‍ट है) से जुड़े उमेश सहाय उन चारों कंपनियों के फाउंडर डायरेक्‍टर थे, जिनमें 1993 में अमिताभ बच्‍चन को डायरेक्‍टर और मैनेजिंग डायरेक्‍टर नियुक्‍त किया गया था।