PM नरेंद्र मोदी ने फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास से बात की है। पीएम नरेंद्र मोदी ने X पर पोस्ट के जरिए इसकी जानकारी दी। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि फ़िलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास से बातकर गाजा के अल अहली अस्पताल में नागरिकों की मौत पर अपनी संवेदना व्यक्त की। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम फ़िलिस्तीनी लोगों के लिए मानवीय सहायता भेजना जारी रखेंगे। फिलिस्तीन के राष्ट्रपति से बातचीत में पीएम नरेंद्र मोदी ने मिडिल ईस्ट में आतंकवाद, हिंसा और बिगड़ती सुरक्षा स्थिति पर अपनी गहरी चिंता साझा की। इस दौरान उन्होंने इजरायल-फिलिस्तीन मुद्दे पर भारत की लंबे समय से चली आ रही सैद्धांतिक स्थिति को दोहराया।

‘भारत मानवीय स्थिति को लेकर चिंतित’

इससे पहले भारतीय विदेश मंत्रालय की तरफ से गुरुवार को कहा गया कि भारत हताहत नागरिकों और मानवीय स्थिति को लेकर चिंतित है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि हम अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून का कड़ाई से पालन करने का आग्रह करते हैं। फिलिस्तीन मुद्दे पर उन्होंने कहा कि भारत ने दो-राष्ट्र समाधान के लिए सीधी बातचीत के पक्ष में अपना रुख दोहराया है।

ब्रिटेन ने किया इजरायल का समर्थन

ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक गुरुवार को इजरायल पहुंचे। यहां उन्होंने इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू से मुलाकात कर एकबार फिर समर्थन की बात कही। ऋषि सुनके ने कहा कि इजरायल के “सबसे कठिन समय” में ब्रिटेन उसके साथ खड़ा है।

क्या बोले ऋषि सुनक?

ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक ने गुरुवार को बेंजामिन नेतन्याहू से कहा कि इजरायल के सबसे कठिन समय में आपका मित्र बनकर आपके साथ खड़ा होने पर मुझे गर्व है। उन्होंने अस्पताल में विस्फोट मामले पर कहा, “हमें हर बेगुनाह की जान जाने पर अफसोस है।”

इससे पहले अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन सहित उनके कई नेता बारी-बारी से इजरायल पहुंचे। इन सभी की तरफ से एक सुर में इजरायल के समर्थन का ऐलान किया गया है। आपको बता दें कि 7 अक्टूबर को गाजा से हमास आतंकवादियों द्वारा इजरायल पर अप्रत्याशित हमले के मिडिल ईस्ट में युद्ध छिड़ गया है। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, संघर्ष शुरू होने के बाद से गाजा में 3,300 से अधिक लोग मारे गए हैं और 12,000 से अधिक घायल हुए हैं। इजरायल में लगभग 1400 लोग मारे गए हैं और 3,800 घायल हुए हैं।