दुनियाभर के मुसलमान ईद उल-अज़हा का त्योहार 17 जून को मनाने वाले हैं। इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया के प्रमुख मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने त्योहार मनाने वाले सभी मुसलमानों से अपील की है और 13 सूत्रीय दिशा-निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने अपील की है कि कोई भी नमाज़ी ईद की नमाज़ सड़क पर ना पड़े और ईदगाह या जिस जगह इंतिज़ाम किया गया है वहीं जाकर पढ़े। मौलाना ने फिलस्तीन के मुसलमानों और भारत की तरक्की के लिए ईद के मौके पर खास दुआएं करने के लिए भी कहा।
क्या बोले मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली?
इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया के प्रमुख खालिद रशीद फिरंगी ने कहा,–“17 जून को ईद-उल-अजहा के अवसर पर हमारे इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया ने 13 सूत्रीय गाइडलाइन जारी की है। जिसमें कहा गया है कि हमें सड़क पर नमाज नहीं पढ़नी चाहिए, बल्कि ईदगाहों और मस्जिदों में नमाज पढ़नी चाहिए। नमाज के बाद हम सभी को फिलिस्तीन में शांति और अपने देश तथा पूरी दुनिया के लिए दुआ मांगनी चाहिए।
मौलाना ने आगे कहा कि कुर्बानी खुले और आम इलाकों में नहीं की जाए, सिर्फ उन जगहों पर कुर्बानी की जाए जहां तय किया गया है। जो भी गंदगी या कचरा हो उसे सावधानी से उस जगह फेंका जाए जहां जगह निर्धारित है।
‘कुर्बानी का फोटो भी ना खीचें’
मौलाना खालिद रशीद फिरंगी ने कहा कि कुर्बानी के वक़्त किसी भी तरह की फोटो, वीडियो ना बनाएं और ना सोशल मीडिया पर साझा करें। मौलाना ने आखिर में कहा कि सभी भारत की तरक्की के लिए दुआ करें।
इस्लामिक कैलेंडर के मुताबिक, 12वें महीने ज़ु अल-हज्जा की 10वीं तारीख को बकरीद का पर्व मनाया जाता है। इस साल ज़ु अल-हज्जा महीना 30 दिन का है। इसलिए बकरीद 17 जून को मनाई जाएगी।