आतंक का एक खौफनाक रूप बन चुका इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस) की एक और हैवानियत की कहानी सामने आई है। यह कहानी आतंकियों के चंगुल से भागने में कामयाब हुई 18 साल की यजीदी लड़की ने सुनाई है।
इस लड़की की आपबीती पर एक किताब प्रकाशित की गई है। जिनान (लड़की का नाम), इसे आतंकियों ने 2014 में बंधक बना लिया था। आतंकियों के चंगुल में तीन महीने मौत से भी बत्तर ज़िंदगी बिताने के बाद यह लड़की आईएसएस की कैद से भागने में कामयाब हो गई।
जिनान ने अपनी आपबीती सुनाते हुए कहा कि तीन महीने तक आतंकियों ने उसके साथ रेप किया। यही नहीं, उसे मरा हुआ चूहा पानी में डालकर पीने को भी मजबूर किया। जिनान ने जब भी इस्लाम अपनाने से इनकार किया तो उसे जंजीरों से बांधकर कड़ी धूप में बैठा दिया गया।
आतंकी उसे अकसर बेरहमी से पीटा करते थे, जिनान के नज़र में आईएसएस किसी राक्षस से कम नहीं है। जिनान ने बताया कि आतंकी हमेशा नशे में धूत रहते थे। वे कहते थे कि एक दिन पूरी दुनिया में आईएस का राज होगा।