Russia Earthquakes Tsunami Warning: रूस के पूर्वी प्रायद्वीप कामचटका में काफी शक्तिशाली भूकंप आया है। US जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) के मुताबिक भूकंप की तीव्रता 8.7 थी। रूस के कुरील कोस्टल आईलैंड और जापान के होक्काइडो और अमेरिका में सुनामी की चेतावनी जारी कर दी गई है। इसी बीच, इंडियन नेशनल सेंटर फॉर ओसियन इंफोर्मेशन सर्विस ने भारत में किसी भी तरह के खतरे की संभावना से साफ मना किया है।

सोशल मीडिया प्लेफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर इंडियन नेशनल सेंटर फॉर ओसियन इंफोर्मेशन सर्विस ने कहा, ‘इस भूकंप की वजह से भारत और हिंद महासागर के लिए सुनामी का कोई खतरा नहीं है।’ इतना ही नहीं इसमें आगे कहा गया है, ‘सुनामी वॉर्निंग सेंटर ने 30 जुलाई 2025 को 04:54 पर कामचटका के पूर्वी तट पर 8.7 तीव्रता का भूकंप महसूस किया है।’

लोगों को सेफ जगहों पर पहुंचाया गया

बता दें कि बुधवार तड़के रूस के सुदूर पूर्व में 8.7 तीव्रता का भूकंप आने के बाद सुनामी की चेतावनी जारी की गई। जापान मैट्रोलॉजिकल एजेंसी ने बताया कि लगभग 30 सेंटीमीटर ऊंची पहली सुनामी लहर होक्काइडो के पूर्वी तट पर मौजूद नेमुरो तक पहुंची। कामचटका प्रायद्वीप पर रूसी क्षेत्रों में नुकसान की भी जानकारी सामने आई है। हालांकि लोगों को सेफ जगह पर भी पहुंचाया गया है।

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स्थानीय गवर्नर ने क्या बताया

स्थानीय गवर्नर वालेरी लिमारेंको के अनुसार, पहली सुनामी लहर प्रशांत महासागर में रूस के कुरील कोस्टल आईलैंड की मुख्य बस्ती, सेवेरो-कुरिल्स्क के तटीय क्षेत्र में पहुंची। उन्होंने कहा कि लोग सेफ हैं और दोबारा लहर आने का खतरा टलने तक ऊंची जगहों पर रह रहे हैं। पेसिफिक सुनामी वॉर्निंग सेंटर ने कहा कि हवाई, चिली, जापान और सोलोमन कोस्टल एरिया के कुछ तटीय क्षेत्रों में टाइल के लेवल से 1 से 3 मीटर ऊंची लहरें उठ सकती हैं। रूस और इक्वाडोर के कुछ तटीय क्षेत्रों में 3 मीटर से ज्यादा ऊंची लहरें उठ सकती हैं।

कामचटका में पहले भी आए भूकंप

अब भूकंप 2011 में जापान में आए भूकंप के बाद सबसे शक्तिशाली था। इसकी वजह से एक विशाल सुनामी आई थी और इससे फुकुशिमा न्यूक्लियर पावर प्लांट पिघल गया था। इससे पहले कामचटका के पास समुद्र में पांच शक्तिशाली भूकंप आए थे। सबसे तेज जो भूकंप था वो 7.4 तीव्रता का था। 4 नवंबर 1952 को कामचटका में 9.0 तीव्रता के भूकंप से नुकसान हुआ था, लेकिन हवाई में 9.1 मीटर ऊंची लहरें उठने के बावजूद किसी के मारे जाने की सूचना नहीं मिली थी। जापान और रूस के तट से टकराई सुनामी की लहरें