मणिपुर की सामाजिक कार्यकर्ता इरोम शर्मिला ने मंगलवार (29 मार्च) को दिल्ली की एक अदालत से कहा कि अगर विवादित सैन्य बल विशेषाधिकार कानून (आफस्पा) को निरस्त किया जाता है तो वह अपना अनशन खत्म करने को तैयार हैं। उन्होंने इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से चर्चा करने की भी इच्छा जताई। आफस्पा निरस्त करने की मांग को लेकर मणिपुर में करीब 16 साल से अनशन पर चल रहीं शर्मिला (42) ने अदालत में कहा कि उन्होंने काफी समय पहले प्रधानमंत्री से मिलने की इच्छा जताई थी लेकिन वह अब तक उनसे नहीं मिले हैं।

शर्मिला ने चार अक्तूबर 2006 को जंतर मंतर पर आमरण अनशन करके कथित रूप से खुदकुशी का प्रयास करने के मामले की सुनवाई में अंतिम दलीलों के दौरान ये बातें कहीं। अभियोजक ने अंतिम दलीलों में कहा कि शर्मिला की खुदकुशी करने की मंशा थी और खुदकुशी करने के प्रयास का मामला उनके खिलाफ बनता है।