राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती से पहले पश्चिमी रेलवे ने अहम घोषणा की है। सोमवार को की गई घोषणा के मुताबिक पश्चिमी रेलवे गांधी जयंती पर ट्रेनों में नॉन वेज भोजन नहीं परोसेगा। दिलचस्प है कि बीते साल भारतीय रेलवे ने भी इसी तरह की घोषणा की थी। हालांकि लोगों के भारी विरोध के बाद फैसला वापस लेने पड़ा।
वेस्टर्न रेलवे में अहमदाबाद डिविजन के असिस्टेंट कमर्शियल मैनेजर एफएम गौरव जैन द्वारा सोमवार को जारी एक सर्कुलर में कहा गया, ‘महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती को 2 अक्टूबर, 2018 से 2 अक्टूबर, 2020 तक उचित तरीके से मनाया जाना है। इसके अलावा बोर्ड चाहता है कि 2 अक्टूबर, 2019 को पूरी तरह से शाकाहारी दिवस के रूप में मनाया जाए, जहां पश्चिम रेलवे के परिसर में कहीं भी मांसाहारी भोजन नहीं परोसा जाएगा। सभी स्टेशन मास्टर्स को इन निर्देशों का पालन करने की सलाह दी जाती है और यह सुनिश्चित किया जाता है कि स्टेशनों पर किसी भी खानपान इकाई में मांसाहारी भोजन ना परोसा जाए।’
बता दें कि वेस्टर्न रेलवे 939 ट्रेनों (मेल/एक्सप्रेस और पैसेंजर) का संचालन करता है, जो गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और राजस्थान में छह डिवीजनों में फैले 510 रेलवे स्टेशनों से होकर गुजरती हैं। इसमें कुल 1 लाख कर्मचारी काम करते हैं और औसतन हर दिन 43.95 लाख लोग यात्रा करते हैं।
पश्चिमी रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि इस फरमान में रेलवे स्टेशनों पर लाइसेंस प्राप्त भोजनालयों और स्टालों पर भी विस्तारित होगा। उन्होंने कहा, ‘नॉन वेज फूड में अंडे भी शामिल होंगे और इसे पश्चिम रेलवे के सभी परिसरों में प्रतिबंधित कर दिया जाएगा।’