भारतीय रेलवे को आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए अधिकारी नए नियम पर विचार कर रहे हैं। इसके मुताबिक रेलवे का विचार है कि जो शख्स रेलवे में बेटिकट या गलत रूप से यात्रा करते हुए पकड़ा जाए तो उससे एसी किराए के बराबर जुर्माना वसूला जाए। फिर चाहे बेटिकट यात्रा करने वाला स्लीपर या जनरल बोगी में ही क्यों ना सफर कर रहा हो। बता दें कि रेलवे में यात्रियों की कमी की वजह से रेलवे इस नियम को लागू करने की योजना बना रहा है। दरअसल गंतव्य तक पहुंचने के लिए यात्रियों द्वारा बस या विमान को ज्यादा तवज्जों देने की वजह से भारतीय रेल की वित्तीय हालत पटरी से उतरती हुई नजर आ रही है।

रिपोर्ट के मुताबिक रेलवे से गतंव्य तक पहुंचने वाले यात्रियों की संख्या में कमी देखने की मिली है। आकंड़ों के मुताबिक साल 2017 के अप्रैल-मई जून की तुलना में इस साल यात्रियों द्वारा टिकट रद्द कराने के मामले में रिकॉर्ड 78 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। इसके अलावा रखरखाव की वजह से जरूरी ट्रेनें भी अपने तय समय से काफी देरी से चल रही हैं। इससे भी रेलवे को खासा नुकसान हो रहा है। रेलवे द्वारा जारी किए आकड़ों के मुताबिक यात्रियों से होने वाली कमाई 1.37 फीसदी घटकर अब 1,221.31 करोड़ रुपए पर आ गई है जो पिछले साल 1,238 करोड़ रुपए थी।

इसके अलावा यात्रियों की टिकट बुकिंग संख्या में भी गिरावट दर्ज की गई है। आंकड़ों के मुताबिक यह संख्या 0.07 फीसदी गिरी है। भारतीय रेलवे द्वारा जारी किए आकंड़ों के मुताबिक अप्रैल-जून में हर दिन 16,000 यात्रियों की संख्या में कमी दर्ज की गई। इसी अवधि में पिछले जहां 2088.54 मिलियन लोगों ने रेलवे यात्रा की जो इस साल घटकर 2087.1 मिलियन तक पहुंच गई। हालांकि भारतीय रेलवे ने वित्तीय वर्ष 2018-19 में रेलवे से करीब 52,000 करोड़ रुपए की कमाई का टारगेट रखा है।