प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा की निगरानी का जिम्मा सीनियर आईपीएस अधिकारी राधाकृष्ण किणी को सौंपी गई है। कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (DoPT) की ओर से बताया कि कैबिनेट की एप्वाइंटमेंट कमेटी (ACC) ने किणी की नियुक्ति को मंजूरी दे दी है। सीनियर आईपीएस अधिकारी किणी बिहार कैडर के 1981 बैच के आईपीएस हैं। उन्हें कैबिनेट सचिवालय में सचिव (सुरक्षा) का पद दिया गया है।

वरिष्ठ आईपीएस किनी फिलहाल नेशनल क्राइम रिकॉर्ड्स ब्यूरो (NCRB) के डीजी के पद पर तैनात हैं। उनकी नई नियुक्ति अगले साल नवंबर तक के लिए की गई है। वह अपने बैचमेट मलय कुमार सिन्हा से चार्ज लेंगे, जो कि अगले शुक्रवार को रिटायर हो रहे हैं। सुरक्षा सचिव स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) का प्रशासनिक प्रमुख होता है और प्रधानमंत्री, पूर्व प्रधानमंत्री और उनके परिवार के देश में और विदेश में रहने वाले सदस्यों की सुरक्षा निगरानी की जिम्मेदारी होती है।

सुरक्षा सचिव केंद्रीय पुलिस बलों और राज्य सरकार की ओर से जैमर से खरीद से जुड़ी नीतियों में नोडल अधिकारी होता है। एसपीजी से जुड़े ऑपरेशंस की मंजूरी और प्रोसेस करने की जिम्मेदारी सुरक्षा सचिव के जिम्मे होती है।

गौरतलब है कि देश के प्रधानमंत्री की सुरक्षा स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (SPG) के हाथों में होती है। कई आतंकी संगठनों से जान का खतरा होने के चलते पीएम नरेंद्र प्रधानमंत्री की सुरक्षा में जमीन से लेकर आसमान तक में चप्पे-चप्पे पर नजर रखी जाती है। पीएम की सिक्योरिटी के कई सुरक्षा घेरों होते हैं। पूर्व प्रधानंमत्री इंदिरा गांधी की मौत के बाद एसपीजी का गठन किया गया था। इससे पहले दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल प्रधानमंत्री की सुरक्षा में तैनात रहती थी।