लोकसभा में असहिष्णुता पर चल रही बहस के दौरान सोमवार को माकपा सांसद मोहम्म्द सलीम के बयान पर हंगामा हो गया। उन्होंने कहा कि इस देश के गृहमंत्री का बयान है कि 800 साल में पहली बार देश में हिंदू प्रधानमंत्री बना है। उन्होंने एक पत्रिका को कोट करते हुए यह बात कही। उनके इस बयान पर सत्ता पक्ष के सदस्य भड़क गए। गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि उन्होंने कभी ऐसा बयान नहीं दिया है और अगर वह ऐसा बयान देते तो उन्हें गृह मंत्री के पद पर रहने का हक नहीं है। इस पर मो. सलीम ने कहा कि अगर उन्होंने बयान नहीं दिया तो यह छापने वाली पत्रिका के खिलाफ कानूनी नोटिस क्यों नहीं भेजा?
वेंकैया नायडू ने माना- असहिष्णुता है, विपक्ष से कहा- जनादेश के प्रति रहें टॉलरेंट
संसदीय कार्यमंत्री वेंकैया नायडू ने सोमवार को असहिष्णुता के मुद्दे पर संसद में कहा, ‘देश के कई हिस्सों में असहिष्णुता रही है, लेकिन ऐसा नहीं है कि ये घटनाएं मोदी सरकार आने के बाद सामने आई हैं। जहां तक नेताओं के विवादित बयान की बात है तो उनकी निंदा करके मामले को शांत किया जा सकता है।’
उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा, ‘जनादेश के प्रति सहिष्णुता बरतें, हमें इसका सम्मान करना चाहिए, चाहे पसंद हो या नहीं।’
अवॉर्ड वापसी अभियान के सवाल पर वेंकैया ने कहा, ‘लेखकों के बीच अलग-अलग मुद्दों को लेकर मतभेद होते रहते हैं। इसमें कोई नई बात नहीं है। यह पहले भी होता रहा है।’
मायावती ने पीएम मोदी पर दोहरे मापदंड अपनाने का आरोप लगाया : सोमवार को राज्यसभा में मायावती ने पीएम मोदी पर दोहरे मापदंड अपनाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘भगवान बुद्ध ने मानवता और शांति का संदेश दिया। इसकी आज सबसे ज्यादा जरूरत है। पीएम मोदी जब बाहर जाते हैं तो बुद्ध की बात करते हैं, लेकिन देश में उनके साथी बुद्ध की शिक्षा के खिलाफ काम करते हैं।’
Read Also:
असहिष्णुता पर बोलीं शबाना आजमी- 1992 में मुझे भी हुआ मुस्लिम होने का एहसास
ऋषि कपूर ने भी आमिर खान पर साधा निशाना, कहा- सिस्टम खराब है तो दुरुस्त करो, भागने की बात मत करो