हिंदू संगठनों ने 28 अगस्त को नूंह में धार्मिक जुलूस की घोषणा की है। वहीं पुलिस ने इसे रद्द करने की अपील की थी लेकिन धार्मिक संगठनों ने रद्द नहीं किया। इसके बाद कानून और व्यवस्था की चिंताओं के कारण हरियाणा के नूंह में मोबाइल इंटरनेट और बल्क एसएमएस सेवाएं दो दिनों के लिए निलंबित रहेंगी। सुरक्षा चिंताओं का हवाला देते हुए 28 अगस्त को नूंह में बृज मंडल जल अभिषेक यात्रा को जिला प्रशासन ने अनुमति देने से इनकार कर दिया था।

राज्य के गृह विभाग ने कहा कि विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के माध्यम से गलत सूचना और अफवाहों के प्रसार को रोकने के लिए नूंह जिले में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं, बल्क एसएमएस (बैंकिंग और मोबाइल रिचार्ज को छोड़कर) और सभी डोंगल सेवाएं निलंबित कर दी जाएंगी।

प्रशासन को डर है कि भीड़ को संगठित करने के लिए मोबाइल इंटरनेट सेवाओं और बल्क एसएमएस का दुरुपयोग किया जा सकता है। इससे आगजनी या बर्बरता और अन्य प्रकार की हिंसक गतिविधियों हो सकती हैं और सार्वजनिक और निजी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया जा सकता हैं।

बताया गया है कि यह आदेश व्यक्तिगत एसएमएस, मोबाइल रिचार्ज, बैंकिंग एसएमएस, वॉयस कॉल, कॉर्पोरेट और घरेलू घरों की ब्रॉडबैंड इंटरनेट सेवाओं को छूट दिया जायेगा। प्रशासन ने कहा कि कोई कमर्शियल कार्य प्रभावित नहीं होगा।

यह आदेश आज दोपहर 12 बजे से लागू होगा और 28 अगस्त तक लागू रहेगा। विश्व हिंदू परिषद (VHP) और बजरंग दल के सदस्यों ने बुधवार को कहा कि उन्होंने 31 जुलाई को पथराव के कारण बाधित हुए जुलूस को फिर से शुरू करने के लिए विस्तृत योजना बनाई है। नूंह में सांप्रदायिक झड़पों में छह लोग मारे गए और 88 घायल हो गए थे।

विश्व हिंदू परिषद के संयुक्त महासचिव सुरेंद्र जैन ने कहा कि चाहे कुछ भी हो वे जुलूस निकालेंगे। उन्होंने कहा, “हम अपने कार्यक्रम के अनुसार यात्रा निकालेंगे। यह हमारा अधिकार है और हमने इसके अनुसार योजना बनाई है। हमारी सुरक्षा और संरक्षा प्रशासन और पुलिस की जिम्मेदारी है और उन्हें हमें यह मुहैया कराना चाहिए। जरूरत पड़ने पर हम श्रद्धालुओं की संख्या नियंत्रित कर सकते हैं, लेकिन हम यात्रा फिर से शुरू करेंगे।”