माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने रविवार को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर केंद्र पर ‘‘दिखावा एवं नौटंकी करने’’ का आरोप लगाते हुए सवाल किया कि संसद में अभी तक महिलाओं के लिए आरक्षण का विधेयक पेश क्यों नहीं किया गया। येचुरी ने यह बयान ऐसे समय में दिया है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर अपने सभी सोशल मीडिया खाते महिलाओं को सौंपने की घोषणा की है।
येचुरी ने ट्वीट किया, ‘‘महिला दिवस केवल एक दिन की बात नहीं है। समान वेतन एवं अधिकारों के लिए इसकी क्रांतिकारी शुरुआत दुनिया की आधी आबादी को मजबूत करने के लिए आवश्यक है। उन्होंने कहा, ‘‘हमें समानता के वादे को पूरा करने के लिए हर रोज संघर्ष करना चाहिए।’’
माकपा नेता ने कहा, ‘‘महिलाओं के लिए आरक्षण का विधेयक पिछले एक दशक से लोकसभा अध्यक्ष के कक्ष में पड़ा है। दिखावा और नौटंकी करने के बजाए मोदी ने इसे पिछले छह साल में पेश क्यों नहीं किया और पारित क्यों नहीं कराया?’’ मोदी ने मंगलवार को कहा था कि वह अपने सोशल मीडिया अकाउंट उन महिलाओं को सौंपेंगे जो प्रेरणादायक हैं।
उन्होंने ट्वीट किया था, ‘‘इस महिला दिवस (आठ मार्च) पर मैं अपने सोशल मीडिया खातों को उन महिलाओं को सौंपूंगा जिनका जीवन और काम हमें प्रेरणा देता है। इससे उन्हें लाखों लोगों को प्रेरित करने में मदद मिलेगी।’’
गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने रविवार को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर महिलाओं को शुभाकामनाएं दीं और समाज की बेहतरी के लिए उनके प्रयासों एवं उपलब्धियों की सराहना की। उन्होंने ट्वीट किया कि भविष्य में और बड़ी उपलब्धियां हासिल करने के लिए महिलाओं का मनोबल बढ़ाया जाना चाहिए। सावंत ने कहा, ‘‘महिला दिवस समाज और हमारे जीवन की महिलाओं के प्रति सम्मान, सराहना, प्रेम और परवाह का जश्न है। आइए, इस अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर हमारे समाज की महिलाओं के प्रयासों एवं उपलब्धियों की सराहना करें और उन्हें भविष्य में और बड़ी उपलब्धियों के लिए प्रेरित करें।’’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जिंदगी में खास मुकाम हासिल करने वाली सात महिलाएं रविवार को महिला दिवस के मौके पर उनके सोशल मीडिया अकाउंट्स से अपने जीवन के सफर को साझा करेंगी। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की शुभकामनाएं देते हुए मोदी ने कहा, ‘जैसा मैंने कुछ दिन पहले कहा था, मैं विदा ले रहा हूं।’ उन्होंने कहा, ‘जिंदगी में खास मुकाम हासिल करने वाली सात महिलाएं अपनी जीवन यात्रा को मेरे सोशल मीडिया अकांउट्स के जरिए, दिन में साझा करेंगी और शायद आपसे बातचीत भी करें।’ सिलसिलेवार कई ट्वीट करके प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के सभी हिस्सों में उत्कृष्ट उपलब्धियां हासिल करने वाली महिलाएं हैं। उन्होंने कहा, ‘इन महिलाओं ने अलग अलग क्षेत्रों में बेहतरीन काम किया है। उनका संघर्ष और आकांक्षाएं लाखों लोगों को प्रेरित करती हैं। आइए, ऐसी महिलाओं की उपलब्धियों का जश्न मनाएं और उनसे सीखें।’ गौरतलब है कि मोदी ने मंगलवार को कहा था कि वह अपने अलग अलग सोशल मीडिया अकाउंट उन महिलाओं को सौंप देंगे जो लोगों को प्रेरणा देती हैं।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार को महिला दिवस के मौके पर भारतीय महिलओं के ‘और सफल होने’ की कामना की। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने महात्मा गांधी के इस कथन को भी ट्विटर पर पोस्ट किया, ‘अगर सशक्त होने का अभिप्राय नैतिक शक्ति से है तो निर्विवाद रूप से महिलाएं पुरुषों की तुलना में श्रेष्ठ हैं।’ राहुल गांधी ने कहा, ‘भारत की सभी महिलाओं को महिला दिवस की शुभकामनाएं। कामना करता हूं कि आप और सफल हों।’ उन्होंने अलग-अलग क्षेत्रों में मुकाम हासिल करने वाली भारतीय महिलाओं की तस्वीरों के कोलाज को भी पोस्ट किया जिनमें पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी से लेकर क्रिकेटर मिताली राज शामिल हैं।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने महिलाओं को समाज का स्तंभ बताते हुए रविवार को कहा कि उनकी सरकार उनके कल्याण और सशक्तिकरण को लेकर प्रतिबद्ध है। बनर्जी ने अपनी सरकार की ''कन्याश्री'' और ''रूपाश्री'' जैसी कल्याणकारी योजनाओं का जिक्र करते हुए पूरी दुनिया की महिलाओं को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने ट्वीट किया, 'महिलाएं हमारे समाज का स्तंभ हैं। वे हमारा गौरव हैं। मैं पूरी दुनिया की सभी माताओं और बहनों को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 2020 की शुभकामनाएं देती हूं।' बनर्जी ने कहा, 'कन्याश्री से लेकर रूपाश्री तक, बंगाल की हमारी सरकार महिलाओं के कल्याण और सशक्तिकरण के लिये प्रतिबद्ध है। हमारी सरकार स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त कर रही है।'
104 वर्षीय मन कौर को एथलेटिक्स में उनकी उपलब्धियों के लिए आज राष्ट्रपति द्वारा 'नारी शक्ति पुरस्कार' से सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने दुनिया भर में ट्रैक और फील्ड प्रतियोगिताओं में 30 से अधिक पदक जीते हैं।
मंदसौर में एक 45 वर्षीय महिला मैना सोलंकी अपने पति की मौत के बाद अपने परिवार का पेट भरने के लिए ट्रक के पंचर ठीक करने का काम करती हैं। वो कहती हैं: महिला की पहचान रख के बैठूंगी की तो कमा के कैसे खाऊंगी, बच्चों को कैस पालूंगी।