अमेरिका ने एक बार फिर अवैध भारतीय प्रवासियों को अपमानित करते हुए डिपोर्ट किया है। इस बार भी उन पर हथकड़ियां और बेड़ियां लगाने के आरोप लगे हैं। वहां से लौटे युवाओं का दावा है कि डिटेंशन सेंटर से भारत पहुंचने तक उन्हें जंजीरों में बांधकर रखा गया। टीवी 9 भारतवर्ष की खबर के मुताबिक पंजाब के कई युवाओं ने बातचीत में बताया कि अमेरिका से डिपोर्ट किए जाने के दौरान उन्हें पूरे सफर के दौरान हाथ-पैर से जंजीरों में बांधा गया था। यहां तक कि बाथरूम जाने पर भी ये बेड़ियां नहीं खोली गईं। शनिवार रात अमेरिकी सैन्य विमान सी-17 ने 104 और 116 अवैध भारतीय प्रवासियों को भारत भेजा। अब एक तीसरे विमान के रविवार रात अमृतसर एयरपोर्ट पर पहुंचने की खबर है, जिसमें 157 भारतीय होंगे। इनमें से ज्यादातर गुजरात के बताए जा रहे हैं।
हिरासत में लेने से पहले 15 दिन शिविर में रखा
डिपोर्ट हुए सौरव नाम के एक युवक ने खुलासा किया कि अमेरिका पहुंचने के कुछ घंटों बाद ही उसे हिरासत में ले लिया गया। उसने अमेरिका पहुंचने के लिए अपनी जमीन बेचकर 45 लाख रुपये खर्च किए थे। हिरासत में रखने के बाद उसे करीब 15 दिन तक एक शिविर में रखा गया, जहां उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई। डिपोर्ट किए गए दो युवकों को पंजाब की राजपुरा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इन पर पहले से ही मर्डर के केस चल रहे थे।
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ट्रंप के दूसरे कार्यकाल में अमेरिका से गैरकानूनी भारतीय प्रवासियों को वापस लाने की यह पहली बड़ी उड़ान थी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अब तक 18,000 अवैध भारतीय प्रवासियों की पहचान की जा चुकी है। ऐसे में उम्मीद है कि आने वाले समय में और भी डिपोर्ट फ्लाइट्स भारत भेजी जाएंगी। विशेषज्ञों का मानना है कि यह मामला अब और बड़ा रूप ले सकता है, क्योंकि दोनों देशों के बीच प्रवासी नीतियों पर पहले से ही विवाद चल रहा है।
अमेरिका से लौटाए गए भारतीयों के साथ अमानवीय व्यवहार को लेकर विवाद बढ़ गया है। सूत्रों के अनुसार, दूसरे जत्थे के लोगों को भी हाथ-पैर में हथकड़ियां और बेड़ियां लगाकर भारत भेजा गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी अमेरिका यात्रा के दौरान अवैध प्रवासियों को वापस लाने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई थी।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इस पर मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, “जब मोदी अपने दोस्त डोनाल्ड ट्रंप से हाथ मिला रहे थे, तब भारतीय नागरिकों को सैन्य विमान में जंजीरों में बांधकर वापस भेजा जा रहा था। यह ट्रंप का मोदी को रिटर्न गिफ्ट है।” यह बयान अब राजनीतिक बहस का नया मुद्दा बन गया है।