बांग्लादेश में बने तनावपूर्ण हालात के बीच भारत ने रविवार को वीजा ऑपरेशन को लेकर बड़ा फैसला लिया है। भारत ने बांग्लादेश के चटगांव स्थित भारतीय वीजा आवेदन केंद्र में वीजा सेवाओं को अगले आदेश तक निलंबित कर दिया है।
भारतीय वीजा आवेदन केंद्र (आईवीएसी) ने एक बयान जारी कर कहा है कि चटगांव में स्थित भारतीय सहायक उच्चायोग में हाल में हुई घटना के कारण यह कदम उठाया गया है। आईवीएसी ने कहा है कि 21 दिसंबर से अगले आदेश तक सेवाएं निलंबित रहेंगी।
बयान में कहा गया है कि सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के बाद वीजा आवेदन केंद्र को फिर से खोलने के संबंध में आगे की घोषणा की जाएगी।
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आईवीएसी ढाका, खुलना, राजशाही, चटगांव और सिलहट में सेंटर चलाता है। आईवीएसी के एक अधिकारी ने बताया कि चार अन्य कार्यालय चालू हैं।
हादी की मौत के बाद भड़की हिंसा
भारत ने यह कदम शरीफ उस्मान हादी की मौत के बाद बने हालात के मद्देनजर उठाया है। नकाबपोश बंदूकधारियों ने 12 दिसंबर को ढाका के विजयनगर क्षेत्र में हादी के सिर में उस समय गोली मार दी थी, जब वह चुनाव प्रचार कर रहे थे। सिंगापुर में इलाज के दौरान हादी की मौत के बाद बांग्लादेश के विभिन्न हिस्सों में हिंसा और तोड़फोड़ की घटनाएं हुईं।
इसी दौरान चटगांव में सहायक भारतीय उच्चायुक्त के आवास पर उपद्रवियों ने पथराव किया था। इस बीच, बांग्लादेश के सिलहट में भारतीय सहायक उच्चायोग कार्यालय और वीजा आवेदन केंद्र पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
‘ढाका ट्रिब्यून’ अखबार के अनुसार, सिलहट मेट्रोपॉलिटन पुलिस के अतिरिक्त उपायुक्त (मीडिया) सैफुल इस्लाम ने कहा कि सुरक्षा के कड़े उपाय इसलिए किए गए हैं ताकि कोई तीसरा पक्ष स्थिति का फायदा न उठा सके।
ढाका में शनिवार को हादी को राष्ट्रीय कवि काजी नजरुल इस्लाम की कब्र के पास दफनाया गया। हाजी के जनाजे में हजारों लोग शामिल हुए।
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