कांगो की राजधानी किंशासा में भारतीय दुकानों और प्रतिष्ठानों पर हमले किए गए और गोलियां चलाई गईं जिसमें दो भारतीय घायल हो गए। ऐसा परोक्ष रूप से राजधानी दिल्ली में कांगो के एक नागरिक की हत्या की प्रतिक्रिया में किया गया जिसको लेकर अफ्रीकी राजदूतों ने नाराजगी जतायी थी। विदेश मंत्रालय ने कहा कि गत सोमवार (23 मई) और 25 मई को शहर के वाणिज्यिक क्षेत्रों में भारतीय प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया गया तथा किंशासा स्थित भारतीय दूतावास ने इस मुद्दे को कांगो के विदेश मंत्रालय के समक्ष उठाया है।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा कि कांगो में रहने वाले सभी भारतीयों के जीवन एवं सम्पत्ति की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कांगो के विदेश मंत्रालय को एक ‘नोट वर्बल’ जारी किया गया है जिसकी एक प्रति वहां के गृह एवं पुलिस अधिकारियों को भी दी गई है। उन्होंने कहा, ‘किंशासा स्थित हमारे दूतावास के संज्ञान में आया है कि गत शुक्रवार (20 मई) को नई दिल्ली में कांगो के एक नागरिक की हत्या की संभवत: प्रतिक्रिया में किंशासा में वाणिज्यिक क्षेत्रों में कुछ भारतीय प्रतिष्ठानों और दुकानों पर 23 मई और 25 मई को हमला किया गया।’

उन्होंने कहा, ‘यह भी जानकारी मिली है कि वहां कुछ गोलियां भी चलायी गईं जिसमें क्षेत्र में रहने वाले कुछ भारतीय घायल हुए हैं। हमारे राजदूत ने तत्काल इस मामले को कांगो के विदेश मंत्रालय के समक्ष उठाया।’ उन्होंने कहा कि नवीनतम खबरों के अनुसार अब चीजों में सुधार हुआ है क्योंकि और कोई घटना सामने नहीं आई है। किंशासा में भारतीय प्रतिष्ठानों पर हमला तब हुआ है जब कुछ दिनों पहले यहां कांगो के नागरिक मसोंदा केतादा ओलिवर की हत्या कर दी गई थी। पिछले सप्ताह दक्षिणी दिल्ली के वसंतकुंज क्षेत्र में ओलिवर की एक आटोरिक्शा किराये पर लेने को लेकर हुए झगड़े में पीट पीटकर हत्या कर दी गई थी।

अफ्रीकी देशों के राजदूतों ने ओलिवर की हत्या पर अप्रसन्नता जताई थी जिसके बाद भारत ने अफ्रीकी नागरिकों को सुरक्षा का भरोसा दिया था। राजदूतों ने आईसीसीआर की ओर से आयोजित अफ्रीकी दिवस को भी स्थगित करने की मांग की लेकिन उन्होंने उसमें तब हिस्सा लेने का निर्णय किया जब विदेश राज्य मंत्री वी के सिंह ने ‘अफ्रीकन हेड्स ऑफ मिशंस’ से मुलाकात की।

कांगो के छात्र की हत्या: नाराज़ अफ्रीकी देशों के राजदूतों ने की ‘अफ्रीका दिवस’ स्थगित करने की मांग