Indian Railways: भारतीय रेलवे जल्द ही समुद्र के नीचे रेल चलाने की तैयारी में है। दरअसल यह योजना मोदी सरकार की महत्वकांक्षी बुलेट ट्रेन परियोजना का हिस्सा है। बुलेट ट्रेन अहमदाबाद से मुंबई के बीच चलेगी। इसी ट्रेन के रुट के कुछ हिस्से को समुद्र के नीचे एक टनल बनाकर गुजारा जाएगा। समुद्र के नीचे बनने वाले इस टनल के लिए टेंडर जारी कर दिए गए हैं। टाइम्स ऑफ इंडिया की एक खबर के अनुसार, यह टेंडर नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (NHSRCL) द्वारा जारी किए गए हैं। यह टेंडर पाने वाली कंपनी टनल के निर्माण के साथ ही उससे जुड़ी टेस्टिंग आदि काम भी करेगी। टनल में बुलेट ट्रेन की आवाजाही के लिए डबल लाइन बिछायी जाएगी।
टनल के निर्माण के लिए Tunnel Boring Machine (TBM) और New Austrian Tunnelling Method (NATM) तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा। टेंडर में शर्त दी गई है कि टनल बनाने का काम 3.5 साल में पूरा होना है। टनल बनाने के लिए बीते साल ही सर्वे का काम पूरा हो चुका है। NHSRCL के इंजीनियरों की टीम, RITES और जापान की कावासाकी जियोलॉजिकल इंजीनियरिंग फर्म ने मिलकर यह भौगोलिक-तकनीकी सर्वे किया गया है। इस सर्वे में स्टेटिक रिफ्रैक्शन टेक्नीक (SRT) का इस्तेमाल किया गया। बता दें कि इस तकनीक में एक बेहद तेज ऊर्जा वाली ध्वनि तरंग समुद्री जमीन के नीचे से प्रवाहित की गई। इस ध्वनि तरंग के वितरण के आधार पर यह पता लगाया गया कि समुद्र के नीचे जहां टनल का निर्माण किया जाना है, वहां पत्थरों का कितना घनत्व है। जिससे टनल की मजबूती सुनिश्चित की जा सकती है।
बुलेट ट्रेन का 21 किलोमीटर का रुट जमीन के अंदर होगा। महाराष्ट्र के बीकेसी से लेकर कल्याण शिलफाटा के बीच बुलेट ट्रेन रुट अंडरग्राउंड होगा। इसमें से 7 किलोमीटर का रुट थाणे के एक छोटे जलप्रवाह के नीचे बनाया जाएगा। वहीं 1.8 किलोमीटर रुट का निर्माण समुद्र के नीचे होगा। बाकी बचा हुआ रुट मैंग्रूव की दलदली भूमि या फिर थाणे के जलप्रवाह की दूसरी तरफ बनाया जा सकता है। NHSRCL के अधिकारियों के मुताबिक पर्यावरण संबंधी सभी क्लीयरेंस मिल चुकी हैं या फिर संबंधित अथॉरिटीज ने इसके लिए मंजूरी दे दी है। उल्लेखनीय है कि मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट 508 किलोमीटर लंबा होगा। 320 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से चलने वाली बुलेट ट्रेन यह दूरी सिर्फ 2 घंटे में तय कर लेगी। अभी इस दूरी को तय करने में 6-7 घंटे लगते हैं। बुलेट ट्रेन के 12 स्टेशन होंगे, जो कि बांद्रा, कुर्ला कॉम्पलेक्स, थाणे, बोइसर, विरार, वापी, सूरत, बिलिमोरा, भरुच, साबरमती, बडौदा, आणंद और अहमदाबाद होंगे। माना जा रहा है कि बुलेट ट्रेन का निर्माण कार्य साल 2022-23 तक पूरा हो सकता है।