Navy Staffer News: पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में इंडियन नेवी के एक कर्मचारी को जयपुर से गिरफ्तार किया गया है। यह कर्मचारी दिल्ली स्थित नौसेना मुख्यालय (Naval Headquarters) में तैनात था। उस पर आरोप है कि उसने रक्षा मामलों से जुड़ी अहम जानकारी को पाकिस्तानी हैंडलर को लीक किया है और इसमें ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी भी शामिल है।
इस कर्मचारी का नाम विशाल यादव है और वह हरियाणा के रेवाड़ी का रहने वाला है। गिरफ्तारी के बाद कई एजेंसियां यादव से पूछताछ करने की तैयारी में हैं।
भारत ने की थी एयर स्ट्राइक
बताना जरूरी होगा कि पहलगाम हमले के जवाब में भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर PoK में चल रहे आतंकी ठिकानों पर 6-7 मई की रात को जबरदस्त एयर स्ट्राइक की थी। एयर स्ट्राइक में भारत ने पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया था।
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PTI की रिपोर्ट के मुताबिक, विशाल यादव दिल्ली में स्थित नौसेना भवन के डॉकयार्ड निदेशालय में अपर डिवीजन क्लर्क (यूडीसी) के पद पर तैनात है। इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (CID-Security) विष्णु कांत गुप्ता ने बताया कि यादव ने यह अहम जानकारी एक महिला पाकिस्तानी हैंडलर को दी। इस महिला ने खुद को भारतीय बताया था।
यादव को कुल 2 लाख रुपये मिले
आईजीपी विष्णु कांत गुप्ता ने कहा, ‘यादव ने स्वीकार किया है कि उसने जो जानकारी पाकिस्तानी महिला हैंडलर को दी थी उसके बदले में उसे लगभग 2 लाख रुपये मिले थे। इसमें से ऑपरेशन सिंदूर के बारे में जानकारी देने के लिए मिले 50 हजार रुपये भी शामिल हैं। विशाल यादव को इसमें से कुछ भुगतान क्रिप्टोकरेंसी के जरिए किया गया था।’
‘प्रिया शर्मा’ नाम से बनाई थी फर्जी आईडी
PTI ने खुफिया सूत्रों के हवाले से बताया है कि इस पूरे मामले की शुरुआत फेसबुक के जरिए हुई, जहां पाकिस्तानी हैंडलर ने अपनी फर्जी आईडी ‘प्रिया शर्मा’ के नाम से बनाई हुई थी और उसने विशाल यादव को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी। कुछ ही वक्त में उन दोनों के बीच लगातार बातचीत होने लगी और बाद में वे व्हाट्सएप और फिर टेलीग्राम पर भी बात करने लगे।
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पुलिस ने बताया है कि विशाल यादव को शुरुआत में थोड़ी-थोड़ी रकम मिली और यह 5000 से 6000 के बीच में थी। यह रकम थोड़ी कम अहमियत वाली सूचनाओं के लिए दी गई थी लेकिन पाकिस्तानी हैंडलर ने उससे कहा कि वह उसे कुछ ठोस जानकारी दे। इसके बाद उसने ज्यादा पैसे के लालच में रक्षा मामलों से जुड़ी जानकारी पाकिस्तानी हैंडलर से शेयर करना शुरू कर दिया।
आईजीपी गुप्ता ने आगे बताया, ‘उसे पैसे का लालच दिया गया और उसने नेवी हेडक्वार्टर्स से अहम जानकारी को लीक कर दिया।’ उन्होंने बताया, ‘सोशल मीडिया पर उसकी एक्टिविटी की मॉनिटरिंग करने और इस बात को कंफर्म करने के बाद कि उसके पाकिस्तानी हैंडलर से संबंध हैं, पूछताछ के लिए उसे हिरासत में ले लिया गया।’
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यादव को है ऑनलाइन गेमिंग की लत
यादव रेवाड़ी के पुनसिका गांव का रहने वाला है, उसके बारे में जानकारी मिली है कि वह ऑनलाइन गेमिंग का लती है। मामले की जांच कर रहे अफसरों का मानना है कि ऑनलाइन गेमिंग के दौरान ही वह जासूसों के जाल में फंस गया। उसके फोन का फॉरेंसिक एनालिसिस करने से कई अहम सबूत मिले हैं।
इसमें फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन, इंक्रिप्टेड चैट और डिफेंस से जुड़ी बहुत सारी सामग्री जो पाकिस्तान हैंडलर के साथ शेयर की गई, वह भी शामिल है। इस मामले में एजेंसियां तमाम पहलुओं से जांच कर रही हैं।
आईजीपी गुप्ता ने कहा, ‘हम ऐसी गतिविधियों पर लगातार नजर रख रहे हैं और विशाल यादव की गिरफ्तारी लगातार मॉनिटरिंग और टाइम पर लिए गए एक्शन का नतीजा है।’
ज्योति मल्होत्रा भी हुई थी गिरफ्तार
ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) के बाद भारत के कई शहरों में ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया गया है जिन पर यह आरोप है कि वे पाकिस्तान के लिए जासूसी कर रहे थे। इनमें हरियाणा की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा का नाम काफी चर्चा में आया था। इसके अलावा गुजरात के कच्छ जिले के रहने वाले सहदेवसिंह दीपूभा गोहिल और पंजाब के मोहाली से एक यूट्यूबर जसबीर सिंह को भी जासूसी करने के लिए गिरफ्तार किया गया था।
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