भारतीय नौसेना के 8 लड़ाकू विमानों ने फ्रांस के 8 लड़ाकू विमानों के साथ मिलकर कर्नाटक के नजदीक एक द्वीप पर भारी बमबारी की। बता दें कि यह बमबारी भारत और फ्रांस की नौसेनाओं के बीच होने वाले वरुण नौसेना अभ्यास 2019 का हिस्सा थी। इस सैन्य अभ्यास में भारत के 8 मिग-29के लड़ाकू विमानों और फ्रांस के 8 राफेल लड़ाकू विमानों ने वरुण सैन्य अभ्यास में हिस्सा लिया। एनडीटीवी की एक खबर के अनुसार, इन 16 लड़ाकू विमानों को 8-8 विमानों को दो ग्रुप में बांटा गया। इनमें से 8 विमानों ने जहां अरब सागर में मौजूद कर्नाटक के एक छोटे से द्वीप पर बमबारी की, वहीं अन्य 8 विमानों ने बमबारी करने वाले विमानों को इंटरसेप्ट किया और हमले की स्थिति में विमानों को रोकने का अभ्यास किया।

वरुण नौसेना अभ्यास में भारतीय नौसेना की तरफ से INS विक्रमादित्य और फ्रांस के एयरक्राफ्ट कैरियल चार्ल्स डे गौले ने शिरकत की। इस सैन्य अभ्यास में एयरक्राफ्ट कैरियर्स के अलावा न्यूक्लियर और पारंपरिक सबमरीन, विध्वंसक विमान और सपोर्ट शिप आदि का इस्तेमाल किया गया। वरुण सैन्य अभ्यास में कर्नाटक के द्वीप करवर में लड़ाकू विमानों की बमबारी के साथ ही हॉर्न ऑफ अफ्रीका में सबमरीन का अभ्यास किया गया। हॉर्न ऑफ अफ्रीका में फ्रांस की नौसेना का नौसेना बेस भी है। नौसेना के वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि इस अभ्यास से उनकी ट्रेनिंग में काफी फायदा होगा।

हिंद महासागर की सुरक्षा के लिहाज से वरुण नौसेना अभ्यास 2019 को काफी अहम माना जा रहा है। इसके साथ ही आपात स्थिति में हिंद महासागर में भारत और फ्रांस की नौसेनाएं साथ मिलकर अभियान चला सकती हैं। बता दें कि चीन धीरे-धीरे हिंद महासागर में अपना प्रभाव बढ़ाने की कोशिश कर रहा है, यही वजह है कि हिंद महासागर की सुरक्षा के लिहाज से वरुण नौसेना अभ्यास 2019 को काफी अहम माना जा रहा है।