भारतीय जनता पार्टी राज्यसभा में भी बहुमत की तरफ बढ़ती दिखाई दे रही है। तेदेपा के चार सांसदों के बाद भाजपा में एक और राज्यसभा सांसद की एंट्री हो गई है। इस क्रम में नया नाम इनेलो के राज्यसभा सांसद राम कुमार कश्यप का है। कश्यप राज्यसभा में इनेलो के एकमात्र सांसद थे।

कश्यप और केरल के कन्नूर से दो बार के पूर्व सांसद एपी अब्दुल्लाकुट्टी भाजपा में शामिल हो गए। अब्दुल्लाकुट्टी मार्क्सवादी कम्यूनिस्ट पार्टी और कांग्रेस दोनों दलों में रह चुके हैं। दोनों नेताओं ने भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा की मौजदूगी में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।

इनेलो सांसद के शामिल होने के बाद राज्यसभा में भाजपा के सदस्यों की संख्या 75 हो गई है। इससे पहले भाजपा के राजस्थान से सांसद मदन लाल सैनी की मौत हो गई थी। इससे पार्टी के सदस्यों की संख्या घटकर 74 हो गई थी। कश्यप हरियाणा लोक सेवा आयोग के पूर्व सदस्य रहे हैं।

साल 2014 में बने थे राज्यसभा सदस्यः कश्यप साल 2014 में राज्यसभा के सदस्य बने। कश्यप का कार्यकाल अगले साल अप्रैल में खत्म होगा। इनेलो सांसद ने साल 2011 में पार्टी में शामिल हुए थे। इससे पहले इनेलो के दो विधायक जाकिर हुसैन और परमिंदर सिंह ढुल भी पिछले मंगलवार भाजपा में शामिल हो गए थे।

राज्यसभा में नहीं है बहुमतः लोकसभा में बहुत से अधिक संख्या होने के बावजूद भाजपा नीत एनडीए सरकार राज्यसभा में अल्पमत में है। इससे सरकार को कई महत्वपूर्ण विधेयकों को पारित कराने में मुश्किल हो रही है। भाजपा विदेश मंत्री एस. जयशंकर, जेएम ठाकोर को गुजरात और अश्विनी वैभव को ओडिसा से अपना उम्मीदवार घोषित कर चुकी है। इन लोगों की जीत लगभग तय मानी जा रही है। ऐसे में अगले महीने राज्यसभा में पार्टी के सदस्यों की संख्या बढ़कर 78 हो जाएगी।

महत्वपूर्ण विधेयक पारित कराने में मिलेगी मददः अगले महीने भाजपा के 78 सदस्य होने के साथ ही, एआईएडीएमके के 13 सांसद, जदयू के 6 और शिवसेना व शिरोमणि अकाली दल के 3-3 सांसद भी एनडीए के पाले में होंगे। असम गण परिषद्, बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट, नगा पीपुल्स फ्रंट, रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (ए), एसडीएफ के भी एक-एक सांसद एनडीए का समर्थन में हैं। इस तरह 245 सदस्यों वाली राज्यसभा में एनडीए के सदस्यों की संख्या 108 बनती है।

एनडीए को चार निर्दलीय और तीन नामांकित सांसदों का भी समर्थन प्राप्त है। इस तरह यह संख्या 115 पहुंचती है। ऐसे में बहुमत संख्या 123 के काफी करीब है। इससे एनडीए को महत्वपूर्ण विधेयकों को राज्यसभा से पारित कराने में मदद मिलेगी।